जालंधर (दीपक पंडित) जालंधर में बीते शनिवार (21 सितंबर) को बर्फ फैक्ट्री में अमोनिया गैस लीक होने पर एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। इसे लेकर आज यानी बुधवार को दोपहर के वक्त चंडीगढ़ से डिप्टी डायरेक्टर गुरजंट सिंह वेरका प्लांट की एक टीम के साथ निरीक्षण के लिए पहुंचे। टीम के आने से पहले ही पुलिस ने दोनों फैक्ट्री वाली रोड दोनों तरफ से बैरिकेडिंग कर बंद कर दी थी। मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने कहा कि फैक्ट्री से अमोनिया गैस को आज पानी में डिजॉल्व करने का काम किया जाएगा।
बता दें कि गैस लीक में एक व्यक्ति की मौत के बाद जालंधर कमिश्नरेट पुलिस ने फैक्ट्री मालिक निनी कुमार जैन निवासी मोहल्ला नंबर-32, जालंधर कैंट, सहित नगर निगम अधिकारी, पंजाब फैक्ट्री विभाग के अधिकारी, पंजाब इंडस्ट्री विभाग के अधिकारी, पावरकॉम (बिजली) और प्रदूषण विभाग के अधिकारियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया था। निनी जैन ने गिरफ्तारी के डर से पहले ही कोर्ट में जमानत याचिका लगाई थी। जिसकी सुनवाई होनी बाकी है।
दर्ज की गई एफआईआर में कहा गया था कि जैन आइस फैक्ट्री में उक्त गैस लीक हुई थी। जिसमें शीतल सिंह निवासी उपकार नगर मोहल्ला (किशनपुरा) की मौत हो गई थी। केस में फैक्ट्री मालिक उक्त विभाग के अधिकारियों को इसलिए नामजद किया गया है। क्योंकि उन्होंने उक्त विभागों द्वारा फैक्ट्री को मंजूरी दी गई थी। केस में फिलहाल किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
बता दें कि जैन आइस फैक्ट्री के अंदर गैस लीकेज होने के कारण दम घुटने से शीतल सिंह की मौत हो गई थी और एक महिला सहित 3 लोग बेहोश हो गए थी। घटना के बाद फायर ब्रिगेड ने करीब 2 घंटे की मशक्कत के बाद किसी तरह गैस लीकेज बंद की थी और रात करीब 11 बजे गैस खत्म की गई थी। घटना के बाद पूरे इलाके में सनसनी का माहौल बन गया था। घटना शनिवार को दोपहर 2 बजे हुई थी। शीतल ने 3 माह पहले ही उक्त फैक्ट्री में नौकरी शुरू की थी।
अभी तक की जांच में पता चला है कि उक्त लीकेज एक पाइप फटने के कारण हुआ था। पुलिस कमिश्नर ने मौके की जांच के बाद तुरंत मामले में एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए थे।
जालंधर के डीसी हिमांशु अग्रवाल ने मामले की जांच एसडीएम-1 को जांच सौंप दी थी। मामले की जांच करीब 15 दिनों तक चलेगी। जिसके बाद रिपोर्ट को डीसी को सौंपी जाएगी। फिर मामले में अधिकारियों के नाम भी शामिल किए जाएंगे। अमोनिया गैस का इस्तेमाल एयर कंडीशनर और फ्रिज में किया जाता है। छोटे से लेकर बड़े रेफ्रिजरेटर में इस गैस का इस्तेमाल होता है।