चंडीगढ़ (द पंजाब प्लस) अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के नेता नायब सिंह सैनी ने बृहस्पतिवार को पंचकूला में आयोजित एक समारोह में हरियाणा के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। इस समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के कई नेता शामिल हुए। हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने अनिल विज, कृष्ण लाल पंवार और राव नरबीर सिंह को भी मंत्री पद की शपथ दिलाई।
शपथ ग्रहण समारोह के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा आज का दिन चुना जाना इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इस दिन वाल्मीकि जयंती है। ऋषि वाल्मीकि हिंदू महाकाव्य रामायण के रचयिता हैं और दलितों के बीच विशेष रूप से पूजनीय हैं। हरियाणा में मुख्यमंत्री समेत अधिकतम 14 मंत्री हो सकते हैं। इस अवसर पर राजग शासित कई राज्यों के मुख्यमंत्री, भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा, केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह और अमित शाह भी मौजूद रहे। हरियाणा में लगातार तीसरी बार भाजपा की सरकार बनने के साथ-साथ सैनी ने दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है। नायब सिंह सैनी के बाद अनिल विज ने मंत्री पद की शपथ ली। आपको बता दे कि वो पिछली बार सैनी सरकार में मंत्री नहीं बने थे। विज अंबाला कैंट से लगातार सातवीं बार विधायक बने हैं।
ओबीसी नेता नायब सिंह सैनी गुरुवार को दूसरी बार हरियाणा के मुख्यमंत्री का पद संभालने के लिए तैयार हैं क्योंकि भाजपा लगातार तीसरी बार राज्य में सत्ता में आई है। बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव की मौजूदगी में हुई बैठक में सैनी को भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया। इसके बाद उन्होंने राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय से मुलाकात की और सरकार बनाने का दावा पेश किया।
पंचकूला में शपथ ग्रहण समारोह विशेष रूप से गुरुवार को वाल्मीकि जयंती पर आयोजित किया जाना था और इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल होंगे। बुधवार को सैनी को सर्वसम्मति से भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया और उन्होंने सरकार बनाने का दावा पेश किया। 54 वर्षीय सैनी प्रधानमंत्री मोदी, केंद्रीय मंत्री शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के अलावा भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की मौजूदगी में पंचकूला के सेक्टर-5 स्थित परेड ग्राउंड में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। तीन निर्दलीय विधायकों- सावित्री जिंदल, देवेंद्र कादयान और राजेश दून ने भी सैनी का समर्थन किया है।
भाजपा ने लगातार तीसरी बार सत्ता विरोधी लहर से लड़ते हुए 90 सीटों वाली विधानसभा में 48 सीटें जीतकर विधानसभा चुनाव जीता। कांग्रेस ने 37 सीटें जीतीं, जबकि इनेलो ने दो और तीन निर्दलीय जीते। तीनों निर्दलीय विधायकों ने सरकार को बिना शर्त समर्थन दिया है। मनोहर लाल खट्टर द्वारा लोकसभा चुनाव से पहले पद से इस्तीफा देने के बाद मार्च में नायब सिंह सैनी को हरियाणा का मुख्यमंत्री नियुक्त किया गया था।