नई दिल्ली (द पंजाब प्लस) गाजियाबाद की एक पॉश कॉलोनी में बुधवार को उस वक्त हड़कंप मच गया, जब यूपी एसटीएफ (नोएडा यूनिट) ने एक शानदार कोठी पर छापा मारा। इस छापे में ऐसा फर्जी दूतावास पकड़ा गया, जिसे देखकर खुद अधिकारी भी हैरान रह गए। यहां से 44 लाख रुपये कैश के साथ कई लग्जरी गाड़ियों को बरामद किया गया है। इसके अलावा 12 फर्जी डिप्लोमैटिक पासपोर्ट भी मिले हैं।
कौन है आरोपी?
गिरफ्तार किया गया शख्स हर्षवर्धन जैन है, जो गाजियाबाद के कविनगर का रहने वाला है। वह खुद को कुछ काल्पनिक देशों जैसे West Arctica, Saborga, Poulvia और Lodonia का राजदूत (Ambassador) बताता था। हर्षवर्धन ने कविनगर में किराए पर एक कोठी ली थी और वहां West Arctica Embassy के नाम से फर्जी दूतावास खोल रखा था। वह इस दूतावास के जरिए लोगों को विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगता था।
छापे में क्या-क्या मिला?
एसटीएफ की टीम को मौके से कई चौंकाने वाली चीजें मिलीं हैं:
-डिप्लोमैटिक नंबर प्लेट लगी 4 लग्जरी गाड़ियां
-12 फर्जी डिप्लोमैटिक पासपोर्ट
-भारत सरकार के विदेश मंत्रालय की नकली मुहरें
-34 अलग-अलग देशों और कंपनियों की मुहरें
-फर्जी प्रेस कार्ड, पैन कार्ड और 44.7 लाख रुपये नकद
-विदेशी मुद्रा और कुल 18 डिप्लोमैटिक नंबर प्लेट
कैसे करता था ठगी?
हर्षवर्धन लोगों को झाँसा देने के लिए सोशल मीडिया और वेबसाइट्स पर प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और अन्य VIP लोगों के साथ मॉर्फ की गई तस्वीरें डालता था। इन झूठी तस्वीरों से वह खुद को बड़ा अधिकारी दिखाता और लोगों को विदेश में नौकरी दिलाने या वीज़ा बनवाने के नाम पर ठगता था।
#WATCH | Noida unit of UP STF busted an illegal embassy running in Ghaziabad and arrested Harsh Vardhan Jain, who was running an illegal West Arctic Embassy by taking a rented house in Kavinagar calling himself Consul/Ambassador of countries like West Arctica, Saborga, Poulvia,… https://t.co/2tcb6MMOUf pic.twitter.com/bDMhbiI232
— ANI (@ANI) July 23, 2025
हवाला और शेल कंपनियों से भी जुड़ा है मामला
एसटीएफ की शुरुआती जांच में पता चला है कि हर्षवर्धन का संबंध हवाला रैकेट और शेल कंपनियों से भी है। वह विदेश में नौकरी दिलाने के बहाने लोगों से मोटी रकम वसूलता था और फर्जी दस्तावेज बनवाकर भेजने की कोशिश करता था। इतना ही नहीं, उसका नाम पहले भी अवैध सैटेलाइट फोन रखने और अंतरराष्ट्रीय हथियार डीलरों से संबंध रखने के मामलों में आ चुका है। साल 2011 में उसके खिलाफ मामला दर्ज हुआ था।
पूछताछ में जुटी जांच एजेंसियां
फिलहाल कविनगर थाने में उसके खिलाफ केस दर्ज किया गया है। उससे पूछताछ जारी है और पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि उसका जाल कितनी दूर तक फैला है और अब तक कितने लोगों को ठग चुका है। पुलिस और जांच एजेंसियां अब उसके पूरे नेटवर्क की जांच कर रही हैं और यह भी देख रही हैं कि क्या इसमें और लोग भी शामिल हैं।

