नई दिल्ली (द पंजाब प्लस) धान की खरीद को लेकर चल रहे विवादों के बीच केंद्र सरकार ने जानकारी सांझा करते हुए बताया है कि 28 अक्टूबर 2024 तक मंडियों में कुल 65.75 लाख मीट्रिक टन धान की आवक हो चुकी है जिसमें से 60.63 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद राज्य एजेंसियों और भारतीय खाद्य निगम (FCI) द्वारा की जा चुकी है। 28 अक्टूबर तक पंजाब के किसानों के बैंक खातों में 12,200 करोड़ रुपये की राशि सीधे भेजी जा चुकी है।
खरीफ विपणन सत्र (KMS) 2024-25 में धान की खरीद 1 अक्टूबर 2024 से शुरू हो गई है और धान की सुचारू खरीद के लिए पूरे पंजाब में 1000 अस्थायी यार्ड सहित 2,927 नामित मंडियां खोली गई हैं । केंद्र ने इस आगामी केएमएस 2024-25 के लिए 185 एलएमटी का अनुमानित लक्ष्य तय किया है।
KMS 2024-25 के लिए ग्रेड ‘ए’ धान के लिए केंद्र द्वारा तय 2320 रुपये की MSP दर पर धान की खरीद की जा रही है। अब तक कुल धान की खरीद 14,066 करोड़ रुपये की हुई है और इससे 3,51,906 किसान लाभान्वित हुए हैं।
इसके अलावा 4145 मिलर्स ने धान की छिलाई के लिए आवेदन किया है और वे मंडियों से धान उठा रहे हैं । इसलिए राज्य नवंबर के अंत तक 185 एलएमटी धान का लक्ष्य हासिल करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है।
बता दें कि पिछले कुछ समय से केंद्र और राज्य सरकार धान की खरीद को लेकर आमने सामने चल रही है। दोनों एक दुसरे पर लापरवाही के आरोप लगा रहे है। दूसरी ओर किसान भी अपनी मांगो को लेकर सड़क पर है। किसानो ने पहले नैशनल हाईवे जाम किये और अब डीसी दफ्तरों के बहार धरना प्रदर्शन कर रहे है।