नई दिल्ली (द पंजाब प्लस) बिगड़ती वायु गुणवत्ता के साथ राष्ट्रीय राजधानी के पर्यावरण पर बढ़ती चिंताओं के बीच, दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने मंगलवार को कहा कि सरकार प्रदूषण से निपटने के लिए “चौतरफा” तैयारी कर रही है। राय ने कहा कि मानदंडों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार ‘शीतकालीन कार्य योजना’ लाने की तैयारी कर रही है।
वहीं, दिवाली से पहले दमघोंटू हुई दिल्ली की हवा के बीच लोगों के लिए राहत की खबर यह है कि जिस पराली के धुएं से एक बार फिर दिल्ली वासियों की सांसे फूलने लगी है, उससे अगले तीन चार साल में पूर्णतया निजात मिल सकती है। दरअसल, केंद्र सरकार के प्रयासों से पराली खेतों से उठाकर उसका भंडारण करने और फिर उससे ईंधन बनाने की पुख्ता व्यवस्था कर रही है।
पराली के धुएं को खत्म करने के लिए सरकार का मास्टर प्लान
पराली के निदान के लिए पंजाब में 200 जबकि हरियाणा में लगभग 120 बायोगैस प्लांट लगाए जाने हैं। यह प्लांट अपने आसपास के 10 किमी का एरिया कवर करेंगे। हर रोज करीब 300 टन पराली की खपत करने की योजना है। इससे 200 टन कोयला व 250 टन कैटल फीड बनेगी। प्लांट के कवर एरिया की सारी पराली गांठों में तब्दील करके वहां पर लाई जाएगी। इन गांठों से बायोगैस बनाई जाएगी। किसानों को इस पराली के बदले नकद राशि दी जाएगी।
वहीं, पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि “चूंकि दिवाली का त्यौहार नजदीक है, इसलिए दिल्ली सरकार प्रदूषण से निपटने के लिए चौतरफा तैयारी कर रही है। हम हर उस कारक पर गौर कर रहे हैं जो दिल्ली में प्रदूषण बढ़ाने में सहायक हो सकता है। हम उन लोगों पर सख्त कार्रवाई करने के लिए तैयार हैं।” मानदंडों का उल्लंघन करें। सरकार ‘शीतकालीन कार्य योजना’ भी तैयार कर रही है”, उन्होंने कहा, “परसों दिल्ली का AQI 300 से ऊपर चला गया। जैसे-जैसे मौसम में बदलाव होगा, प्रदूषण बढ़ेगा। हालांकि, यह अब बेहतर हो गया है।”