जालंधर (दीपक पंडित) चुनावी सीजन नेताओं की बल्ले बल्ले और पार्टी की मशहूरी का होता है लेकिन जब नेता अपनी ही पार्टी को नुकसान पहुंचाने लग जाएं तो फिर तो बाड़ ही खेत को खाने लगी वाली कहावत चरितार्थ होगी। जी हां, जालंधर में दो तीन भाजपा नेता ऐसा ही कर रहे हैं। इनमें सबसे आगे हैं नॉर्थ हलके का कपड़ा व्यापारी। जोकि छोटे काम के बड़े बिल बनाकर पार्टी से कैश ले रहा है और मोटी दिहाड़ी डाल रहा है। अपनी दुकान के सेल्समैनों को भी उसने पार्टी से ठगी के लिए फर्जी बिलिंग के लिए लगा दिया है। इसके अलावा पत्रकारों के पैसे भी खाए जा चुके है। नॉर्थ हलके के इस नेता जी को अखाड़े जाने का बहुत शौक है और उन्हें लगता है कि पत्रकारों के साथ भी पहलवानी चल जाएगी लेकिन ऐसा नहीं होगा। आप अखाड़े या राजनीतिक के पहलवान हो सकते हैं लेकिन पत्रकार कलम का पहलवान है। आपको चित्त कर देगा। दरअसल हाईकमान ने हर चुनाव की तरह न्यूज वेबपोर्टलों , चैनलों के लिए एड पैकेज तय किए हैं और इन महाशय को इंचार्ज बना दिया। इंचार्ज बनने के बाद मिट्टी खाने वाले के नाम से बदनाम इस नेता ने पैसों के ढेर पर कुंडली जमा ली। पीएम मोदी की रैली में भीड़ जुटाने के नाम पर इसने अपने ही वर्करों को लूट लिया। जैसे कि एक मंडल को 6 बसें दी जानी थीं इसने ऐन टाइम पर बसें नहीं दी और मोदी के फैंस को इनोवा करके पीएपी जाना पड़ा। इसके अलावा इसने कहा बसें नहीं मिल रही आटो करके आ जाओ। हालांकि बिल बसों के ही इसने पास करवाने हैं। इसके अलावा रिफ्रेशमेंट के नाम से मोटा बिल बनाया जबकि रैली स्थल पर पानी की भी इजाजत नहीं थी।