चंडीगड़ (द पंजाब प्लस) जम्मू-कश्मीर के रियासी में आतंकियों ने श्रद्धालुओं को ले जा रही बस पर रविवार शाम सवा 6 बजे हमला किया था। इसमें ड्राइवर और कंडक्टर समेत 10 लोगों की मौत हो गई और जबकि 41 लोग घायल हो गए थे। अब इसे लेकर पंजाब बॉर्डर्स पर बीएसएफ द्वारा सुरक्षा को लेकर काम शुरू कर दिया गया है। बीएसएफ पंजाब फ्रंटियर ने पंजाब सीमा पर चौकसी बढ़ाने को लेकर हाईलेवल मीटिंग की।
मीटिंग में बॉर्डर सुरक्षा को लेकर कई अहम मुद्दों पर चर्चा की गई। जिसमें सबसे अहम रात के समय गश्त बढ़ाना था। रात में गश्त करने वाले मुलाजिमों को नाइट विजन कैमरा प्रणाली सहित विभिन्न चीजें मुहैया करवाई जाएंगे। जिससे बॉर्डर की सुरक्षा यकीनी बनाई जा सके। लोकसभा चुनाव को लेकर ड्यूटी पर गई बीएसएफ पंजाब फ्रंटियर की बटालियनों के लौटने के बाद सीमा पर तैनाती को लेकर भी चर्चा की गई।
पंजाब बीएसएफ फ्रंटियर मुख्यालय जालंधर में फ्रंटियर के सभी सेक्टर डीआईजी और कमांडेंट की बैठक हुई। जिसकी अध्यक्षता आईपीएस आईजी डॉ. अतुल फुलजेले ने की। इस बैठक में विभिन्न महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की गई, जिसमें तस्करी से निपटने के लिए नई रणनीति, प्रौद्योगिकी का उपयोग और पंजाब के लोगों की सुरक्षा और संरक्षा को बढ़ाना शामिल रहा।
बीएसएफ सभी प्रकार के सीमा पार अपराधों को रोकने के लिए प्रतिबद्ध है और इसके परिणाम सकारात्मक रहे हैं। उभरती चुनौतियों के लिए रणनीतियों को संशोधित करने के लिए बीएसएफ द्वारा नियमित रूप से आत्मनिरीक्षण किया जाता है। इस बैठक के दौरान सीमावर्ती बुनियादी ढांचे की रक्षा और सीमावर्ती आबादी की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए रावी और सतलुज नदी की अनुमानित बाढ़ की स्थिति को कम करने के लिए रोड मैप तैयार किया गया।