कनाडा (द पंजाब प्लस) कनाडा में एडमोंटन पुलिस ने दक्षिण एशियाई समुदाय को निशाना बनाकर जबरन वसूली करने के मामले में छह पंजाबी युवकों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने 34 वर्षीय मनिंदर सिंह धालीवाल के खिलाफ वारंट भी जारी किया है। पुलिस का मानना है कि मनिंदर धालीवाल जबरन वसूली करने वाले आपराधिक संगठन का सरगना है।
एडमोंटन पुलिस ने शुक्रवार को प्रोजेक्ट गैसलाइट पर एक अपडेट दिया, जो एडमोंटन में व्यवसाय मालिकों को निशाना बनाकर की गई घटनाओं की जांच है, जो कथित तौर पर पंजाब से निर्देशित स्थानीय संदिग्धों के एक समूह द्वारा की गई थी। इस संबंध में अब तक 40 घटनाओं की पहचान की जा चुकी है, जिसमें शुक्रवार की सुबह दक्षिण-पश्चिम एडमोंटन के कैवनाघ में एक अपार्टमेंट में आगजनी भी शामिल है।
पुलिस प्रमुख डेल मैकफी ने कहा कि आग या जबरन वसूली से न केवल एक व्यक्ति या लोगों पर असर पड़ता है, बल्कि इससे पूरे समुदाय में भय का माहौल पैदा होता है। अब इन घटनाओं को रोकने का समय आ गया है। अब पुलिस ऐसी घटनाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी।
पुलिस और आरसीएमपी ने दक्षिण-पूर्व एडमोंटन में छह जगहों पर तलाशी अभियान चलाया। जिसमें छह लोगों को गिरफ्तार किया गया। साथ ही, इस योजना को संचालित करने के लिए जिम्मेदार माने जाने वाले मनिंदर सिंह धालीवाल के खिलाफ कनाडा-व्यापी गिरफ्तारी वारंट भी जारी किए गए हैं। पुलिस का कहना है कि पहचाने गए व्यक्ति आपराधिक नेटवर्क के मुख्य सदस्य है।
पुलिस का कहना है कि धालीवाल और छह अन्य के खिलाफ कुल 54 आरोप दर्ज किए गए हैं। इनमें जबरन वसूली, आगजनी, जानबूझकर आग लगाना, तोड़फोड़, निजी स्थान में घुसना, हथियार से हमला करना और आपराधिक संगठन के लिए अपराध करना जैसे आरोप शामिल हैं।
क्राइम ब्रांच के अधिकारी डेव पैटन ने बताया कि अपराध करने के लिए युवाओं को भर्ती किया जा रहा है। वारदातों को अंजाम देने के लिए पैसे दिए जाते हैं। गिरफ्तार किए गए लोगों की उम्र 17 से 21 साल के बीच है। पुलिस ने युवाओं से अपील की है कि वे ऐसे लोगों से दूर रहें, नहीं तो मुसीबत में फंस सकते हैं।