चंडीगड़ (द पंजाब प्लस) पंजाब में कोरोना के बाद खतरनाक बीमारी मंकी पॉकस को लेकर स्वास्थय विभाग ने अलर्ट जारी किया है। WHO ने मंकीपॉक्स को वर्ल्ड हेल्थ इमरजेंसी घोषित कर दिया है। हालांकि WHO ने यह भी कहा है कि अनावश्यक रूप से घबराने की ज़रूरत नहीं है, इस वायरस से आसानी से लड़ा जा सकता है, लेकिन इसके लिए अंतर्राष्ट्रीय सहयोग बहुत जरूरी है।
जानकारी के अनुसार उक्त वायरस की टैस्टिंग के लिए देश की 22 लैबो को चुना गया है, जिसमें चंडीगढ़, हिमाचल, हरियाणा , पंजाब से सिर्फ अमृतसर का चयन किया गया है। अमृतसर के सरकारी मेडिकल कॉलेज लैब में पूणे से वायरस की टैस्टिंग का सामान पहुंच गया है। साथ ही श्री गुरु रामदास जी अंतराष्ट्रीय एयरपोर्ट, बाघा बॉर्डर और डेरा बाबा नानक कॉरिडोर पर 3-3 डॉक्टों की टीमें तैनात है, जो संदिग्ध मरीजों की पहचान करेगी।
मंकीपॉक्स के लक्षण चेचक जैसे ही होते हैं। मरीजों में फ्लू जैसे लक्षण, बुखार, खांसी, उल्टी आदि देखे जा सकते हैं। इसके अलावा, मवाद से भरे घाव भी हो सकते हैं, जो इस बीमारी की एक खास पहचान है। कुछ लोगों को मलाशय (प्रोक्टाइटिस) के अंदर सूजन हो जाती है जिससे तेज दर्द हो सकता है, साथ ही जननांगों में सूजन आ सकती है जिससे पेशाब करने में कठिनाई हो सकती है।