मोहाली (द पंजाब प्लस) पंजाब के पशुपालन, मत्स्य पालन और डेयरी विकास विभाग के प्रधान सचिव श्री राहुल भंडारी के सक्रिय हस्तक्षेप और चिकित्सा अधिकारियों के साथ पशु चिकित्सा अधिकारियों के वेतन समानता को बहाल करने के मुद्दे के शीघ्र समाधान के आश्वासन के साथ, यहां ‘वेतन के लिए संयुक्त कार्रवाई समिति’ बनाई गई है। पैरिटी’ (जेएसी) की राज्य कमेटी ने आज मोहाली में बैठक कर राज्य के सभी जिला पशु पॉलीक्लिनिकों पर 21 अक्टूबर को होने वाले राज्य स्तरीय धरने को स्थगित करने का निर्णय लिया है। पशु चिकित्सा पॉलीक्लिनिक्स में सभी उपचार, वैकल्पिक सर्जरी, रक्त परीक्षण/संग्रह और अन्य नमूने एक दिन के लिए निलंबित करने का प्रस्ताव किया गया था।
इसके अलावा 22 अक्टूबर को पंजाब भवन चंडीगढ़ में पशु चिकित्सा अधिकारियों की मांगों पर विचार करने के लिए कैबिनेट सब-कमेटी के साथ बैठक भी आमंत्रित की गई है। डॉ. गुरचरण सिंह, संयोजक जे.ए.सी. खेद व्यक्त किया कि सरकार जानबूझकर मुद्दों को लटका रही है जिसके कारण पशु चिकित्सकों का पूरा कैडर निराश है और उन्होंने डॉक्टरों के साथ अपनी चार दशक पुरानी समानता को तत्काल बहाल करने की मांग की। उन्होंने कहा कि पशुपालकों के हितों को ध्यान में रखते हुए उन्होंने खुरपका-मुंहपका रोग टीकाकरण अभियान का समर्थन करने का निर्णय लिया है, जिसका शुभारंभ 21 अक्टूबर को पंजाब के पशुपालन मंत्री श्री गुरमीत सिंह खुड़ियां करेंगे। डॉ. गुरचरण सिंह ने राज्य के पशु चिकित्सकों से राज्य के पशुधन को खतरनाक संक्रामक बीमारी से बचाने के लिए एफएमडी टीकाकरण को युद्ध स्तर पर पूरा करने का आह्वान किया।
उल्लेखनीय है कि सरकार ने पहले 17 सितंबर को वित्त मंत्री के साथ जेएसी की बैठक निर्धारित की थी, जिसे 27 सितंबर को मंत्रियों की उप-समिति के साथ फिर 22 अक्टूबर तक के लिए स्थगित कर दिया गया था।
उन्होंने आगे कहा, ‘इस बार उन्हें पूरी उम्मीद है कि 22 अक्टूबर को बैठक होगी और उनके वेतन बहाली का मसला सुलझ जाएगा.’
प्रदेश मीडिया प्रभारी डाॅ. गुरिंदर सिंह वालिया ने कहा कि उनके मुद्दों को प्राथमिकता के आधार पर टेबल वार्ता के जरिए हल किया जाना चाहिए, लेकिन अगर सरकार ने उनके मुद्दों का समाधान नहीं किया तो वे आने वाले दिनों में अपना आंदोलन तेज करने से गुरेज नहीं करेंगे. और जिमिनी निर्वाचन क्षेत्रों में सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने का कार्यक्रम बनाएगी.
बैठक में अन्य लोगों के बिना डाॅ. पुनीत मल्होत्रा, डॉ. अब्दुल मजीद, डॉ. परषोतम सिंह, डाॅ. गुरदीप पटियाला, डाॅ. हरमनदीप सिंह, डॉ. अक्षप्रित, डॉ. सुखराज बल्ल, डाॅ. दिलमनप्रीत सिंह, डाॅ. साहिल भिंडर डॉ. तेजिंदर सिंह मौजूद रहे।