जालंधर,8 नवंबर (दीपक पंडित) प्रोजेक्ट सहयोग को और गति देते हुए स्वपन शर्मा आई.पी.एस., पुलिस कमिश्नर जालंधर ने आज थाना डिवीजन नं. 5 में लोगों को प्रेरित करने और लोगों और पुलिस के बीच संबंध बनाने के लिए एक सार्वजनिक आउटरीच का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में अलग-अलग क्षेत्रों की करीब 250 हस्तियां जुटीं। अलग-अलग वेल्फेयर एसोसिएशनों, फैक्टरी मालिक, एन.जी.ओ. प्रतिनिधियों, सेवानिवृत्त सरकारी अधिकारियों, सिविल सोसायटी सदस्यों ने भाग लिया। आज के कार्यक्रम का मुख्य विषय शहर में सी.सी.टी.वी. कवरेज और लोगों को अपने आसपास अधिक कैमरे लगाने के लिए प्रेरित करना था।
चर्चा और प्रेरणा लाइव उदाहरणों और डेटा शेयरिंग के माध्यम से की गई ताकि वे इस सी.सी.टी.वी. कवरेज के महत्व को समझें। कुछ केस स्टडीज पर भी चर्चा हुई। इस उद्देश्य के लिए डेटा आधारित दृष्टिकोण अपनाया जा रहा है। कमिश्नरेट पुलिस ने इस कार्यक्रम के तहत अगले एक महीने में शहर भर में लगभग 1500 कैमरे बढ़ाने का प्रस्ताव दिया है। उल्लेखनीय है कि शहर में 6000 के करीब कैमरे पहले ही आई.सी.सी.सी. में लोगों के सहयोग के साथ अलग-अलग स्थानों जैसे बाजार, अस्पताल, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, धार्मिक स्थल, बैंक में लगाए जा चुके हैं।
आई.सी.सी.सी. कंट्रोल रूम में अलग-अलग समय और स्थान पर समर्पित मॉनिटरिंग की जाएगी। यह साक्ष्य आधारित डेटा संचालित दृष्टिकोण के आधार पर किया जाएगा। एक विशेष सुरक्षा प्रोटोकॉल विशेष रूप से तैयार किया जा रहा है जो जमीन से कंट्रोल रूम के कर्मचारियों और टीमों के लिए एक मार्गदर्शक के रूप में काम करेगा। कमिश्नरेट पुलिस का लक्ष्य अपराध दर को 50% तक कम करना और अपराध विशेषकर सड़क अपराध का 90% से अधिक पता लगाना है।
लोगों को तर्कसंगत दृष्टिकोण अपनाकर सी.सी.टी.वी. कैमरे लगाने के लिए प्रेरित करने के लिए इस तरह का कार्यक्रम भविष्य में भी जारी रहेगा। पुलिस कमिश्नरेट, जालंधर ने सार्वजनिक संस्थानों और उद्योगपतियों से अपील की है कि वह अपराध दर को कम करने और अपराधों का पता लगाने में मदद के लिए सी.सी.टी.वी. कैमरों लगाने और कैमरे बढ़ाने की अपील की है।