चंडीगड़ (द पंजाब प्लस) किसान अपनी मांगो को लेकर शम्भू और खनौरी बॉर्डर पर पिछले लम्बे समय से धरना प्रदर्शन कर रहे है, लेकिन अब किसानों के मन में सरकार के रवैये के प्रति रोष बढ़ गया है। इसी के चलते किसानों ने मरणव्रत पर बैठने का फैसला लिया है। किसान नेता जगजीत सिंह डालेवाल ने आज किसान भवन, चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा कि,” वे 26 नवंबर से अनशन करेंगे, किसी किसान की कुर्बानी होने पर उसका अंतिम संस्कार नहीं करेंगे।
उन्होंने कहा कि ‘केंद्र सरकार महाराष्ट्र में फ्री की रेवड़ी बांट रही, लेकिन किसानों की मांग नहीं मानी जा रही। केंद्र के मेनिफेस्टो में महाराष्ट्र के किसानों से जो वायदे किए जा रहे है, वही हमारी मांगे है। उन्होंने कहा की DAP को लेकर हरियाणा और पंजाब में किसानों ने खुदकुशी की है।
जगजीत सिंह डालेवाल ने कहा कि, ’13 फरवरी से शांतिप्रिय आंदोलन चल रहा है, किसान अपनी मांगो को लेकर दिल्ली जाना चाहते है लेकिन उन्हें नहीं जाने दिया जा रहा। उन्होंने कहा की हाइकोर्ट ने किसानों को राहत दी लेकिन सरकार सुप्रीम कोर्ट चली गई। 18 फरवरी के बाद सरकार ने किसानों से कोई बातचीत नहीं की है।
वहीं किसान नेता श्रवण सिंह पंधेर ने कहा की हम कुल 12 मांगों को लेकर लंबे समय से अनशन कर रहे है। हमारी मांगो को लेकर कोई सुनवाई नहीं हो रही, इसीलिए अब किसान अपनी मांगो को लेकर आंदोलन तेज करने जा रहे है।