नई दिल्ली (द पंजाब प्लस) बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को एक और बड़ी मुसीबत का सामना करना पड़ा है। उन्हें 6 महीने की जेल की सजा सुनाई गई है। यह फैसला बांग्लादेश के इंटरनेशनल क्राइम ट्रिब्यूनल (अंतर्राष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण) ने दिया है। कोर्ट ने हसीना को अवमानना के मामले में दोषी पाया और यह सजा बुधवार को सुनाई गई।
कोर्ट ने यह फैसला न्यायाधीश मोहम्मद गुलाम मुर्तजा मजूमदार की अध्यक्षता में सुनाया। साथ ही, शकील अकंद बुलबुल को भी दो महीने की जेल सजा सुनाई गई। यह सजा हसीना को प्रधानमंत्री पद से हटने और बांग्लादेश छोड़ने के बाद पहली बार किसी मामले में मिली है।
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना इस समय भारत में हैं। उनके खिलाफ यह फैसला उस वक्त आया है जब बांग्लादेश में उनकी पार्टी, अवामी लीग, पर भी कई बड़े आरोप लग रहे हैं।
शेख हसीना की पार्टी, अवामी लीग, पहले ही बांग्लादेश में बैन हो चुकी है। बांग्लादेश के अंतरिम प्रधानमंत्री मोहम्मद यूनुस ने आतंकवाद विरोधी कानून के तहत यह कार्रवाई की थी।
बांग्लादेश में शेख हसीना पर कई गंभीर आरोप लगे हैं। इनमें भ्रष्टाचार और हत्याओं के मामले शामिल हैं। बांग्लादेश की यूनुस सरकार ने कई बार भारत से शेख हसीना को वापस भेजने की मांग की है, लेकिन भारतीय सरकार ने अब तक कोई जवाब नहीं दिया है।
शेख हसीना ने यूनुस सरकार पर कई बार हमला किया है और कहा है कि एक दिन उनकी पार्टी के सदस्यों के खिलाफ किए गए अन्याय का बदला लिया जाएगा। पिछले साल अगस्त में, शेख हसीना उस समय भारत आईं जब बांग्लादेश में छात्र आंदोलन हिंसक हो गया था। यह घटनाक्रम शेख हसीना के लिए एक बड़ी मुसीबत साबित हो सकता है, क्योंकि वह बांग्लादेश में अपनी पार्टी के खिलाफ हो रहे आरोपों और कानूनी कार्रवाई का सामना कर रही हैं।

