श्रीनगर/नई दिल्ली (द पंजाब प्लस) केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान आज शेर-ए-कश्मीर कृषि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (SKUAST-K), श्रीनगर के छठे दीक्षांत समारोह में शामिल हुए। समारोह में जम्मू-कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, उप मुख्यमंत्री राजेंद्र चौधरी, राज्य के कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्री जावेद अहमद डार, शिक्षा मंत्री सुश्री सकीना मसूद सहित गणमान्यजन उपस्थित थे। इस अवसर पर शिवराज सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल व प्रभावी नेतृत्व में हमने देश के अन्न के भंडार भरे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के साथ मिलकर हम जम्मू-कश्मीर को दुनिया का हॉटिकल्चर हब बनाएंगे, वहीं कृषि विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वे खेती में इनोवेशन करें, स्टार्टअप प्रारंभ करें।
सिंह ने कहा कि यहां की हवा की शीतलता, माटी की सुगंध, प्राकृतिक सौंदर्य और लोगों के प्यार ने मेरा मन मोह लिया है। जम्मू-कश्मीर भारत का मुकुटमणि है। कल हमने मुख्यमंत्री जी के साथ कृषि व ग्रामीण विकास को लेकर व्यापक समीक्षा की व जम्मू-कश्मीर का और तेजी से विकास करने पर वृहद चर्चा हुई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संकल्प ‘विकसित भारत का निर्माण’ है, जिसके लिए विकसित जम्मू-कश्मीर और समृद्ध किसान भी जरूरी है, इस लक्ष्य को हम पूरा करके रहेंगे। उन्होंने कहा कि मैंने कल श्रीनगर में कई जगहों पर जाकर लोगों से मुलाकात की, लोगों ने जो प्यार जताया, वो अद्भुत है। डल झील के शिकारा चालक ने भी बड़ी विनम्रता से आगमन पर स्नेह व्यक्त किया, जिससे मैं अभिभूत हूं। इस अपार स्नेह व सम्मान के संदेश को मैं पूरे देश के साथ साझा करूंगा। वि.वि. में आकर तो मैं और अधिक प्रसन्न हूं। वि.वि. की उपलब्धियां अपार हैं, जिसके लिए बधाई। यह वि.वि., राज्य विश्वविद्यालयों की सूची में 5वें नंबर पर है, विश्वास है जल्द यह नबंर वन होगा।
उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि दीक्षांत का मतलब दीक्षा का अंत नहीं, बल्कि नई दीक्षा की शुरूआत है। आपने कक्षा से लैब तक जो ज्ञान अर्जित किया, अब उसे बांटने का समय है। खेती के बिना ना जम्मू-कश्मीर, ना देश, ना दुनिया का काम चल सकता है। खेती से जो उपज मिलती है, उनका निर्माण फैक्ट्रियों में नहीं किया जा सकता। कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है, देश में आधी से ज्यादा आबादी को रोजगार कृषि क्षेत्र से ही मिलता है।
चौहान ने प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद देते हुए कहा कि उनके कुशल व प्रभावी नेतृत्व में हमारे देश में अन्न के भंडार भर गए हैं। पिछले 11 वर्षों में खाद्यान्न उत्पादन में 44 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज हुई है। चावल, गेहूं, मक्का, सोयाबीन, मूंगफली, सबमें रिकॉर्ड वृद्धि देखी गई है। खाद्यान्न उत्पादन बढ़ रहा है, आगे निरंतर प्रयास जरूरी है। शिवराज सिंह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के फल, फूलों के चटक रंग, सब्जियों का स्वाद अद्भुत है। केंद्रीय कृषि मंत्री के रूप में मेरा संकल्प है कि हम जम्मू-कश्मीर को पूरी दुनिया का हॉटिकल्चर हब बनाकर रहेंगे। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में ‘समग्र कृषि विकास कार्यक्रम’ सफलतापूर्वक कार्यान्वित हो रहा है। एकीकृत बागवानी विकास मिशन (एमआईडीएच) योजना के तहत ‘क्लीन प्लांट’ को लेकर कल की बैठक में स्थापना का निर्णय हुआ है। मैं चाहता हूं कि जम्मू-कश्मीर का सेब पूरी दुनिया में जाएं, हमें ये आयात नहीं करना पड़े, बल्कि निर्यात बढ़े।
केंद्रीय कृषि मंत्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में भारत सरकार किसानों की हितों की रक्षा के लिए कटिबद्ध है। खेती में नवाचार की जरूरत है। उन्होंने विद्यार्थियों से कृषि क्षेत्र में नए स्टार्टअप शुरू करने, विभिन्न आधुनिकतम प्रौद्योगिकियों के निर्माण सहित अभिनव प्रयासों की ओर आगे बढ़ने का आह्वान किया। आपका जीवन केवल आपके लिए नहीं है, औरों के लिए जीना ही असली जीवन है। समाज, देश, दुनिया के लिए जीते हुए जीवन में आगे बढ़ें, यही असली उपलब्धि है। सैद्धांतिक ज्ञान तक सीमित ना रहें, व्यावहारिक ज्ञान भी अपनाएं। हरेक विद्यार्थी में अनंत संभावनाएं-क्षमताएं हैं। यकीन है आप जीवन में बेहतर करेंगे।
केंद्रीय मंत्री चौहान ने स्वामी विवेकानंद जी का स्मरण करते हुए कहा कि उनके कहे शब्द मेरे लिए भी प्रेरणा है। उन्होंने कहा था कि मनुष्य अनंत शक्तियों का भंडार है, ऐसा कोई काम नहीं, जो मनुष्य नहीं कर सके। उन्हीं के वाक्यों का आत्मसात करते हुए हमें जीवन में लक्ष्य तय कर प्रगति मार्ग पर आगे बढ़ने की कोशिश करना चाहिए। आप भी लक्ष्य तय करिए और लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए रोडमैप बनाइएं। इस क्रम में अगर आगे बढ़े तो मेरा विश्वास है कि आप दुनिया में बड़ा से बड़ा लक्ष्य प्राप्त कर लेंगे। निरंतर प्रयासरत रहना और सबकी बेहतरी के लिए काम करना ही असली जीवन का सार है। पिछले दिनों हम वैज्ञानिकों और जम्मू-कश्मीर के कृषि मंत्री के साथ बॉर्डर एरिया के गांवों में गए थे, जो अब तक नजरअंदाज थे। इसका उद्देश्य ही यही था कि हमें सबके लिए अच्छे से अच्छा कार्य करना है। मेरा आह्वान है कि आप भी अपने जीवन का सही और सार्थक उपयोग करते हुए आगे बढ़ें।
शिवराज सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कृषि के लिए छह सूत्रीय रणनीति बनाई है, जिसमें उत्पादन बढ़ाना, लागत कम करना, ठीक दाम सुनिश्चित करना, नुकसान की स्थिति में सही मुआवजे की व्यवस्था, कृषि का विविधिकरण व भावी पीढ़ी के लिए धरती सुरक्षित रखते हुए प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देना शामिल हैं। इस दिशा में राज्य सरकारों व केंद्र शासित प्रदेशों से साथ मिलकर हरसंभव कदम उठाए जा रहे हैँ। भारत सिर्फ भारत के लिए नहीं है, यह वह धरती है, जिसने पूरी दुनिया को परिवार माना है। ‘युद्ध नहीं शांति, घृणा नहीं प्रेम’ इसी मूलमंत्र के साथ जम्मू-कश्मीर के साथ ही देश को आगे बढ़ाने के लिए सबको मिलकर काम करना होगा। पूरा भरोसा है कि भारत की अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर और अधिक मजबूत पहचान बनेगी। भारत दुनिया का फूड बास्केट जरूर बनेगा। दीक्षांत समारोह में 5,250 विद्यार्थियों को स्नातक, परास्नातक एवं पीएचडी की उपाधियां प्रदान की गईं और मेधावी छात्रों को उनकी शैक्षणिक उपलब्धियों के लिए 150 स्वर्ण पदक तथा 445 मेरिट प्रमाण-पत्र दिए गए।