चंडीगड़ (द पंजाब प्लस) 2027 में होने वाले पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी के भीतर मतभेद खुलकर सामने आ गए हैं। प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ जहां भाजपा-अकाली दल गठबंधन की वकालत कर रहे हैं, वहीं पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष अश्वनी शर्मा इससे असहमत नजर आ रहे हैं।
अश्वनी शर्मा ने साफ कहा कि पार्टी 117 में से 117 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। उन्होंने याद दिलाया कि 2022 का विधानसभा चुनाव और हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में भी बीजेपी ने सभी सीटों पर अकेले ही मैदान में उतरकर लड़ाई लड़ी थी। शर्मा ने दावा किया कि पार्टी कार्यकर्ता पूरे जोश से राज्य में कमल खिलाने में जुटे हैं।
तरनतारन उपचुनाव के लिए पूरी तैयारी
अश्वनी शर्मा ने कहा कि तरनतारन में होने वाले उपचुनाव के लिए भाजपा पूरी तैयारी में है और जीत हासिल करेगी। उन्होंने दावा किया कि पंजाब में बढ़ते नशे के प्रभाव और लैंड पॉलिसी को लेकर मौजूदा सरकार की नीतियां विफल साबित हो रही हैं।
शर्मा ने बीजेपी का कार्यकारी प्रधान बनने के बाद दो बड़े बयान दिए हैं,
1. “पंजाब इस समय निकम्मे मुख्यमंत्री से परिवर्तन चाहता है।” उन्होंने वर्करों को यह भी कहा कि अगर यह “तू- तड़ाक” की भाषा समझता है, तो “जी-जी” करने की जरूरत नहीं है। “तू” को दो गुणा कर वापस भेजना है। सीएम मान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह पर शर्मनाक टिप्पणी की। “छाज तो बोले- छालनी भी बोले।
2. जगह-जगह शराब पीकर गिरने वाला व्यक्ति नशा मुक्त पंजाब बनाने निकला है, क्या ऐसे में नशा मुक्त पंजाब बना सकता है? जो व्यक्ति शराब पीकर गुरु साहिब की हजूरी में चला जाता है, वह बेअदबी के दोषियों को सजा दिला सकता है।”
उन्होंने कहा कि “मान साहिब सड़क वाली भाषा बोलोगे तो आपकी भाषा में ही जवाब मिलेगा। भारतीय जनता पार्टी आपसे डरती नहीं है।

