चमोली (द पंजाब प्लस) चमोली जिले के थराली क्षेत्र में शुक्रवार देर रात बादल फटने से भारी तबाही मच गई। आधी रात के बाद अचानक आई आपदा ने थराली कस्बे समेत आसपास के गांवों को प्रभावित किया। आपको बता दें कि देखते ही देखते मकानों और दुकानों में मलबा घुस गया, कई वाहन मलबे में दब गए और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भागना पड़ा।
थराली बाजार और तहसील परिसर में भारी नुकसान
बादल फटने का सबसे ज्यादा असर नगर पंचायत थराली के कोटड़ीप और तहसील थराली परिसर में देखने को मिला। यहां तहसील मुख्यालय, उपजिलाधिकारी (एसडीएम) का आवास और कई घरों में मलबा भर गया। बाजार में खड़ी गाड़ियां मलबे में दब गईं। सड़कें तालाब में तब्दील हो गईं, जिससे हालात और बिगड़ गए।
सागवाड़ा गांव में युवती की मौत
पास के सागवाड़ा गांव में मलबे की चपेट में आने से एक युवती की मौत हो गई। घटना के बाद पूरे क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई और लोग घरों से निकलकर सुरक्षित स्थानों की ओर भागे।
चेपड़ों बाजार और अन्य क्षेत्र प्रभावित
चेपड़ों बाजार में कुछ दुकानें मलबे में दब गईं, जबकि एक व्यक्ति के लापता होने की सूचना भी है। इससे स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल है। भारी बारिश और मलबे के कारण थराली-ग्वालदम मार्ग मिंग्गदेरा के पास पूरी तरह अवरुद्ध हो गया है। वहीं, थराली-सागवाड़ा मार्ग भी बंद है, जिससे क्षेत्र की आवाजाही बुरी तरह प्रभावित हुई है।
गौचर से SDRF की टीम राहत और बचाव कार्यों के लिए मौके पर भेजी गई है। प्रशासन ने तेजी से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया है। वहीं, BRO की टीमें मिंग खदेरे के पास सड़क को खोलने के प्रयास में जुटी हैं, ताकि यातायात बहाल किया जा सके और राहत सामग्री प्रभावित क्षेत्रों तक पहुंचाई जा सके। आपको बता दे कि जिला प्रशासन ने एहतियातन शनिवार (23 अगस्त 2025) को थराली तहसील क्षेत्र के सभी स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों को बंद रखने का आदेश जारी किया है।
प्रशासन अलर्ट पर
जिलाधिकारी ने बताया कि पुलिस और प्रशासन की टीमें मौके पर मौजूद हैं और राहत-बचाव कार्य में जुटी हुई हैं। उन्होंने कहा कि प्रभावित परिवारों को हरसंभव मदद उपलब्ध कराई जाएगी। गौरतलब है कि इससे पहले भी चमोली जिले में भारी बारिश और बादल फटने से सोल घाटी और केरा गांव में कई मकान, दुकानें और गौशालाएं मलबे में दब चुकी हैं।

