जालंधर (दीपक पंडित) जालंधर से सांसद सुशील रिंकू दिल्ली में संसद भवन के बाहर जब से मानसून सत्र चला है तब से केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध में धरने पर बैठे हैं। सदन में दिल्ली सवा बिल की कापियां वेल में आकर फाड़ने के कारण उन्हें पूरे सत्र के लिए सस्पेंड किया गया है। आज उन्होंने केंद्र सरकार के विरोध का नया तरीका अपनाया। अपने आप को लोहे की जंजीरो में जकड़ कर आजाद करो…आजाद के नारे लगाए।
सिर पर शहीद-ए-आजम वाली बसंती रंग की पगड़ी पहन कर रिंकू ने संसद भवन के बाहर चक्कर लगाया और संविधान निर्माता बाबा साहिब डॉक्टर भीम राम अंबेडकर की मूर्ति के आगे जाकर प्रदर्शन किया और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। वह अकेले ही अपने आप को लोहे की जंजीरे में बांध कर वहां पर प्रदर्शन कर रहे थे।
रिंकू ने इस अवसर पर बोलते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने देश के संविधान कानून को गुलामी की जंजीरों में झकड़ रखा है। उन्होंने कहा कि देश में एक ऐसी सरकार है जो न संविधान को मानती है और न ही देश की सुप्रीम न्याय व्यवस्था में ही विश्वास रखती है। उन्होंने कहा कि सरकार सुप्रीम कोर्ट के फैसले को न मानकर अपनी सभी नियमों कानूनों को छींके पर टांग कर मनमर्जी से काम कर रही है।