जालंधर (दीपक पंडित) जालंधर के प्रसिद्ध माता चिंतपूर्णी मंदिर कमेटी ने धर्म स्थल पर आने वाले लोगों के लिए ड्रेस कोड जारी कर दिया है। कमेटी ने फैसला लिया है कि छोटे कपड़े, कटी-फटी जींस, कैपरी-स्कर्ट समेत वेस्टर्न ड्रेस पहनकर आने वालों को मंदिर में एंट्री नहीं दी जाएगी। इससे पहले पटियाला के काली माता मंदिर और जालंधर के ही प्रसिद्ध शक्तिपीठ श्री देवी तालाब मंदिर प्रबंधंन ने भी ड्रेस कोड लागू किया था।
मंदिर प्रबंधक कमेटी के महासचिव एडवोकेट अनिल पाठक ने बताया कि भक्तों को अब मंदिर में केवल मर्यादित कपड़े पहनकर ही आना होगा। मंदिर की मर्यादा बनाए रखने तथा आने वाले लोगों का इन कपड़ों से ध्यान विचलित न हो इसलिए इन पर प्रतिबंध लगाया गया है।
पंजाब में सर्व धर्म समभाव के सबसे बड़े केंद्र श्री हरिमंदिर साहिब में पहले से ही माथा टेकने के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के लिए ड्रेस कोड लागू है। श्री हरिमंदिर साहिब में कटे-फटे जीन्स, छोटे वस्त्र, हाफ पेंट, मिनी स्कर्ट आदि पहनकर जाने पर पाबंदी है। ऐसे कपड़े पहनकर जाने वालों को श्री हरिमंदिर साहिब के मुख्य द्वार पर खड़े सेवादार पहले ही रोक देते हैं।
पिछले दिनों पंजाब के फेमस श्री काली माता मंदिर में भी ड्रेस कोड लागू किया गया था। हिंदू मंदिरों में ड्रेस कोड की प्रथा श्री काली माता मंदिर से ही चली है। पटियाला के श्री काली माता मंदिर में प्रबंधकों ने सबसे पहले मंदिर के बाहर बोर्ड लगाकर ड्रेस कोड लागू किया था। इसके बाद जालंधर के प्रसिद्ध शक्ति पीठ श्री देवी तालाब मंदिर कमेटी ने ड्रेस कोड मंदिर परिसर में लागू किया। मंदिर के गेट पर बाकायदा फ्लैक्स लगाए थे।