चंडीगड़ (द पंजाब प्लस) बहबलकलां गोलीकांड में नया मोड़ आया है। मिली जानकारी के अनुसार पीड़ित परिवार ने इंस्पेक्टर प्रदीप सिंह को बहबलकलां गोलीकांड मामले में जिम्मेदार बताया है। बता दें कि बहबलकलां गोलीकांड मामले में सुखराज के दादा ने कोर्ट में पटीशन दाखिल की थी। जिसमें उन्होंने मांग की थी कि इंस्पेक्टर प्रदीप सिंह को सरकारी गवाह की जगह आरोपी के तौर पर नामजद किया जाए। इस दौरान उन्होंने सिट द्वारा दाखिल की चार्जशीट पर भी सवाल उठाए। पूर्व आई.जी. कुंवर विजय प्रताप सिंह की जांच कमेटी द्वारा इस उक्त मामले में प्रदीप सिंह को सरकारी गवाह बनाया गया था।
बताया जा रहा है कि इंस्पेक्टर प्रदीप सिंह तत्काल एस.एस.पी. चरणजीत शर्मा के रीडर्स थे। पीड़ित परिवार ने कहा कि प्रदीप सिंह इस पूरे मामले में जिम्मेदार है। प्रदीप ने ही प्रदर्शन कर रही भीड़ को उकसाया था। इसके द्वारा बदतमीजी की गई थी। इसके बाद मामला तूल पकड़ गया। गोली चलने के बाद 2 लोग मारे गए थे। पीड़ित परिवार ने कहा कि मामले को उलझाया जा रहा है। दोषियों पर कार्रवाई हो।
जिक्रयोग्य है कि 2015 में बहबलकलां गोलीकांड हुआ था। उस समय जब धरना प्रदर्शन हो रहा था तो तब धरना देने वाले को खदेड़ने के लिए मोगा के एस.एस.पी. चरणजीत शर्मा को गठित किया गया था। उस समय अलग-अलग जगह पर प्रदर्शन कर रहे लोगों में से एक गोली कृष्ण भगवान को लगी थी जिसकी मौत हो गई थी। इसी के चलते सुखराज सिंह के दादा की ओर से पटीशन दायर की गई थी। वहीं आपको बता दें कि कोटकपूरा गोलीकांड व बहबलकलां गोलीकांड मामले में सिट बनाई गई है। कोटकपूरा मामले में तीसरी चार्जशीट दाखिल हुई है जबकि बहबलकलां गोलीकांड में अभी कोई भी चार्ज पेश नहीं हुआ है।