लुधियाना (द पंजाब प्लस) पंजाब सरकार द्वारा जहां डिस्टेंस एजुकेशन के जरिए इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल करने वाले लोकल बॉडीज विभाग के मुलाजिमों की प्रमोशन पर रोक लगा दी गई है। वहीं, इस तरह की डिग्री हासिल करने के लिए आगे से मंजूरी न देने का भी फैसला किया गया है। इस मामले में लोकल बॉडीज विभाग के प्रिंसिपल सेक्रेटरी द्वारा 31 अगस्त को जारी एक सर्कुलर में यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन द्वारा भेजी गई एक रिपोर्ट का हवाला दिया गया है, जिसके मुताबिक डिस्टेंस एजुकेशन के जरिए हासिल की गई इंजीनियरिंग की डिग्री को मंजूरी न देने की पुष्टि की गई है।
सरकार द्वारा डिस्टेंस एजुकेशन के जरिए हासिल की गई इंजीनियरिंग की डिग्री के आधार पर मुलाजिमों की प्रमोशन पर रोक लगा दी गई है। इसके अलावा एक अन्य ऑर्डर के जरिए सरकार द्वारा मुलाजिमों से डिस्टेंस एजुकेशन के जरिए इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल करने के लिए नए आवेदन लेने पर ही रोक लगा दी गई है और इस संबंधी पहले से चल फाइलों को भी मंजूरी नहीं दी जाएगी। जो फैसला लोकल बॉडीज विभाग के अधीन आते विभागों नगर निगम, इंप्रूवमेंट ट्रस्ट, म्युनिसिपल कमेटियों व सीवरेज बोर्ड में काम कर रहे मुलाजिमों पर लागू होगा।
डिस्टेंस एजुकेशन के जरिए हासिल की गई इंजीनियरिंग की डिग्री के एक मुद्दा फर्जी सर्टिफिकेट के दम पर नौकरी व प्रमोशन लेने का भी है। जिसका खुलासा खुद सी.एम. द्वारा जून के दौरान एक ट्वीट के रूप में किया गया था जिसमें उन्होंने रसुखदार व नेताओं के रिश्तेदारों द्वारा फर्जी डिग्री के आधार पर नौकरी हासिल करने का जिक्र किया गया है। जिसके बाद लोकल बॉडीज विभाग द्वारा पिछले समय के दौरान नौकरी व प्रमोशन लेने वाले मुलाजिमों के सर्टिफिकेट की वेरिफिकेशन शुरू की गई थी।