जालंधर (दीपक पंडित) जालंधर शहर में पठानकोट हाईवे की तरफ मकसूदां में आते कानपुर में सुबह-सुबह दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। 3 सगी बहनों की लाशें घर के बाहर ही एक लोहे के ट्रंक में बंद मिली। तीनों बहनें रविवार रात 8 बजे से लापता थीं।तीनों के लापता होने की मकान मालिक ने रात 11 बजे पुलिस थाने में शिकायत भी दर्ज करवाई थी। रात को पुलिस मौके पर भी आई थी और मोहल्ले वालों के साथ ढूंढा भी, लेकिन कोई अता-पता नहीं चला था।
सुबह लोगों ने जिस घर से बच्चियां गायब थी, उसी के पास बाहर एक ट्रंक पड़ा देखा। लोगों ने जब ट्रंक खोल कर देखा तो उसमें तीनों बच्चियों की लाशें पड़ी हुई थीं। जिन बच्चियों की लाशें मिली हैं, उनमें 9 साल की अमृता कुमारी, 7 साल की साक्षी और 4 साल की कंचन शामिल है।थाना मकसूदां के ASI हरबंस सिंह ने बताया कि सुशील मंडल और मंजू मंडल के 5 बच्चे हैं। रविवार को दोनों काम पर चले गए थे। रात 8 बजे वे घर लौटे तो बच्चियां नहीं मिली। उन्होंने रात में ढूंढा लेकिन पता नहीं चला। जिसके बाद पुलिस को इसकी शिकायत की। पिता ने कहा कि वह सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक काम पर गए थे।
मोहल्ले वालों ने आरोप लगाया कि बच्चियों का पिता नशे का आदी है । शराब के नशे में चूर रहता है और उसी ने यह हत्याएं की हैं। पुलिस ने बच्चियों के पिता को हिरासत में ले लिया है। वहीं बच्चियों की लाशों को पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल भेज दिया गया है। पुलिस का कहना है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद मौत के कारणों का खुलासा होगा।इस बारे में SP इन्वेस्टिगेशन मनप्रीत ढिल्लो ने बताया कि बच्चियों के शरीर पर चोट के कोई निशान नहीं हैं। शुरूआती जांच में यह मर्डर नहीं लग रहा है। संभावना लग रही है कि बच्चियां घर पर अकेली थी। ऐसा हो सकता है कि वह खेलते हुए ट्रंक में बैठ गई और ऊपर से ढक्कन बंद हो गया। जिसके बाद ढक्कन नहीं खुला और उनकी मौत हो गई।