जालंधर (दीपक पंडित) फेमस टीवी सीरियल तारक मेहता का उल्टा चश्मा पर भी कॉन्ट्रोवर्सी खड़ी हो गई है। नाटक के एक सीन में सिख युवक के गले में टायर डालने का सीन दिखाया गया है। जिस पर सिख संगठनों ने कड़ी आपत्ति दर्ज की है। सिख संगठनों का कहना है कि नाटक में सिख व्यक्ति के गले में टायर डालने का सीन फिल्मा कर सिखों को 1984 सिख विरोधी दंगा याद करवाने की कोशिश की गई है।
सिख संगठनों ने आरोप लगाया है कि यह सब कुछ जानबूझ कर सोची समझी चाल के तहत किया जा रहा है। विभिन्न सिख संगठन सोशल मीडिया पर नाटक का क्लिप डालकर इसका बायकॉट किए जाने की अपील कर रहे हैं। सिख संगठनों का कहना है कि सिखों के विरोधी कुछ लोग यह सब कुछ षड्यंत्र के तहत करवा रहे हैं, लेकिन ऐसे लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।
सिख संगठनों ने नाटक के बायकॉट को लेकर सोशल मीडिया पर बायकॉट टीएमकेओसी हैशटैग भी चलाया है। जिसे विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर वायरल किया जा रहा है। सिख संगठनों का कहना है कि तारक मेहता का उल्टा चश्मा के निर्माता-निर्देशक ने नाटक में सिख व्यक्ति के गले में टायर की सीन दिखाकर सिखों की भावनाएं आहत की हैं।वह पहले ही 1984 के जख्म नहीं भूले हैं। उनका कहना है कि वह कानूनी कार्रवाई करवाएंगे।