हिंदू धर्म में तुलसी माता को पूजनीय माना गया है।धार्मिक मान्यता है कि घर पर इनका वास सुख और धन समृद्धि लाता है। मां तुलसी को माता लक्ष्मी का ही स्वरूप माना जाता है।
इस विवाह देवउठनी एकादशी पर्व के मौके पर शालिग्राम से किया जाता है। इस दिन कई घरों में लग्न मंडप बनाकर तुलसी विवाह संपन्न कराने की परंपरा है। दरअसल, शालीग्राम को भगवान श्रीकृष्ण का ही रूप माना जाता है।
इसके बाद ही हिंदू धर्म में मांगलिक कार्यक्रमों का आयोजन शुरू होने लगता है। साथ ही कहा जाता है कि देवोत्थान एकादशी के दिन ही भगवान विष्णु जागते हैं। बता दें कि इस साल 24 नवंबर को तुलसी विवाह है।