अमृतसर (द पंजाब प्लस) मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में ‘मुख्यमंत्री तीर्थयात्रा योजना’ के तहत साहिब श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व के अवसर पर आज 27 नवंबर को अमृतसर साहिब से श्री हजूर साहिब के लिए पहली ट्रेन रवाना हुई। कैबिनेट मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल और हरभजन सिंह ईटीओ ने इस ट्रेन में सफर करने वाले अमृतसर और तरनतारन जिलों के 344 यात्रियों को रेलवे स्टेशन से जयकारों के बीच रवाना किया।
इससे पहले, दोनों जिलों के तीर्थयात्रियों को बसों द्वारा गुरु नानक देव विश्वविद्यालय लाया गया, जहां उन्हें नाश्ता, चिकित्सा जांच और कंबल, तकिया, चादरें, छाते, साबुन-तेल, पुस्तिकाएं सहित यात्रा के लिए आवश्यक सामान आदि सम्मिलित कर किट के रूप में दिये गये। इस मौके पर संबोधित करते हुए कैबिनेट मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने कहा कि पहली ट्रेन साहिब श्री गुरु गोबिंद सिंह की चरण स्पर्शी पवित्र धरती सचखंड श्री हजूर साहिब के दर्शन के लिए जा रही है। उन्होंने कहा कि इस योजना के शुरू होने से पंजाब के लोगों को देशभर के विभिन्न तीर्थ स्थानों की यात्रा के लिए मुफ्त यात्रा सुविधा मिलेगी।
संगरूर/ मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज श्री गुरुनानक देव जी का प्रकाश पर्व पर मुख्यमंत्री तीर्थयात्रा योजना का शुभारंभ किया। इस दौरान उनके साथ दिल्ली सीएम अरविन्द केजरीवाल और राघव चड्डा, संदीप पाठक व समूची पंजाब कैबिनेट मौजूद रही। सीएम मान ने कहा आज बहुत पवित्र दिन है आज हम श्री गुरु नानक देव जी का प्रकाश पर्व मना रहे है। सरकार आपकी है क्योंकि आप लोगों ने ये सरकार चुनी हैं। सरकार ने आज पुन का काम यानी तीर्थ यात्रा स्कीम शुरू की है। आज यहां से ट्रेन तख्त श्री हुजूर साहिब के लिए रवाना हो रही है।
सीएम मान ने बताया कि 13 ट्रेनें शुरू की गई है। आज पहली ट्रेन 1040 श्रद्धालुओं को लेकर धार्मिक स्थल जायेगी। 300 श्रद्धालु अमृतसर से 220 जलंधर से 520 धुरी से श्री हुजूर साहिब रवाना हो रहे है। मेरी जन्म भूमि और कर्म भूमि एक ही है परमात्मा ने मुझ पर यह किरपा की। इस ट्रेन में मेडीकल टीम भी है अगर किसी की खुदा ना खास्ता तबियत खराब हो तो ट्रेन में ही उस श्रद्धालु को ट्रीटमेंट मिल सके।
वहीं सीएम मान ने एक घोषणा करते हुए कहा कि इसके साथ ही आटा दाल स्कीम भी शुरू हो रही है। इस स्कीम के तहत घर-घर आटा दाल पहुंचाया जायेगा। उन्होंने कहा कि, आज कोई राजनीतिक बातें करने नहीं आया क्योंकि उनका काम तो 1 तारीख को ही हो गया था वो वहां आये नहीं अब लोग उनसे पूछते है कि क्यों 1 तारीख की डिबेट में नहीं गये।