अमृतसर (द पंजाब प्लस) श्री अकाल तख्त साहिब सचिवालय में आज 6 दिसंबर 2023 को पांच सिंह साहिबों की एक जरूरी बैठक हुई जिसमें श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार सिंह साहिब ज्ञानी रघबीर सिंह, तख्त श्री केसगढ़ साहिब के जत्थेदार ज्ञानी सुल्तान सिंह, तख्त श्री दमदमा साहिब के जत्थेदार सिंह साहिब ज्ञानी हरप्रीत सिंह, तख्त श्री पटना साहिब के अतिरिक्त मुख्य ग्रंथी सिंह साहिब ज्ञानी गुरदयाल सिंह और सचखंड श्री हरमंदिर साहिब, श्री दरबार साहिब के ग्रंथी सिंह साहिब ज्ञानी बलजीत सिंह शामिल हुए। इस सभा के दौरान सिख समुदाय के जीवित शहीद भाई बलवंत सिंह राजोआना द्वारा भेजे प्रतिक्रिया पर गंभीर चर्चा की गई और विशेष आदेश जारी किए गए।
जिसके अनुसार देश के प्रधान मंत्री द्वारा श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व शताब्दी के अवसर पर देश के जीवित शहीद भाई बलवंत सिंह राजोआना और अन्य बंदी सिंहों की रिहाई के संबंध में एक अधिसूचना जारी की गई थी जिसे लागू करवाने व उनकी रिहाई के लिए केंद्र सरकार से बातचीत के लिए शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह के नेतृत्व में एक उच्च स्तरीय वफद का गठन किया गया है, जो तुरंत अपना काम शुरू करेगा। अगर केंद्र सरकार भाई बलवंद सिंह राजोआना की फांसी की सजा 31 दिसंबर 2023 तक रद्द नहीं करती है तो बलवंत सिंह राजोआना की श्री अकाल तख्त साहिब पर बार-बार भेजी प्रतिक्रिया के मद्देनजर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी श्री अमृतसर पर अपनी डाली हुई अपील पर विचार करे।
भाई बलवंत सिंह राजोआना देश के जीवित शहीद हैं, जिन्होंने वीरता, दृढ़ संकल्प, शौर्य और निडरता के साथ सरकारों द्वारा सिखों पर जुल्म और अत्याचार सहते हुए महान बलिदान दिया है, देश को उन पर गर्व है। पूरा सिख समुदाय उनकी प्रगति के लिए प्रार्थना करता है।’ उनका जीवन सिख समुदाय के लिए बहुत मूल्यवान है और सिख समुदाय की अमानत है, इसलिए भाई बलवंत सिंह जी राजोआना को पंज सिंह साहिबों द्वारा आदेश दिया गया है कि वे उनके स्वास्थ्य को किसी भी तरह से नुकसान न पहुंचाएं, तुरंत अपनी भूख हड़ताल वापस ले लें। अपनी सेहत का ख्याल रखें । अगर केंद्र सरकार तय समय में सुहृदयता से फैसला नहीं लेती है तो उसके बाद पैदा होने वाली स्थिति के लिए सरकार जिम्मेदार होगी।