जालंधर (दीपक पंडित) बिजली बिलों की अदायगी करने में कोताही अपना रहे डिफाल्टरों के खिलाफ पावरकॉम ने बड़ी मुहिम चलाते हुए 330 कनैक्शनों को डिस्कनैक्ट किया। वहीं, 289 उपभोक्ताओं से डंडे के जोर पर 2.87 करोड़ की वसूली करते हुए बड़ा टारगेट हासिल किया। नॉर्थ जोन के हैड चीफ इंजीनियर रमेश लाल सारंगल की अध्यक्षता में चलाई गई रिकवरी ड्राइव की अगुवाई सुपरिंटैंडैंट इंजीनियर व सर्कल हैड सुरिन्द्र पाल सोंधी द्वारा की गई। इस कड़ी के अन्तर्गत कमर्शियल, इंडस्ट्री के साथ-साथ बिल अदायगी न करने वाले घरेलू उपभोक्ताओं के कनैक्शन भी काटे गए।
अधिकारियों ने बताया कि घरेलू बिजली उपभोक्ताओं को प्रति माह 300 यूनिट मुफ्त बिजली सुविधा मुहैया करवाई जा रही है, लेकिन मुफ्त बिजली की आड़ में 300 यूनिट से अधिक बिजली का इस्तेमाल करने वाले सैकड़ों उपभोक्ताओं द्वारा बिजली बिलों अदायगी नहीं की जा रही थी। लगातार बढ़ रही डिफाल्टर राशि की वसूली के लिए पावरकॉम ने आज सख्ती करते हुए 330 कनैक्शन काटे।
हाल ही में जालंधर सर्कल के सुपरिंटैंडैंट इंजीनियर का चार्ज संभालने वाले सुरिन्द्र पाल सिंह सोंधी द्वारा रिकवरी तरफ विशेष ध्यान दिया जा रहा है। आज सुबह होने वाली कार्रवाई से पहले वीरवार शाम उन्होंने अपने कार्यालय में डिवीजन के सभी एक्सियनों को बुलाकर मीटिंग की। इस दौरान सभी डिवीजनों के अन्तर्गत 5-5 टीमों को गठित किया गया। इसी कड़ी के अन्तर्गत सुबह चलाई गई विशेष ड्राइव के तहत 5 डिवीजनों में 25 टीमों ने मुहिम चलाते हुए कुल 2.87 लाख 72 हजार रुपए की रिकवरी करके बड़ा लक्ष्य हासिल किया।
नॉर्थ जोन के हैड चीफ इंजीनियर रमेश लाल सारंगल ने कहा कि लंबे समय से अदायगी न करने वाले उपभोक्ताओं के खिलाफ यह मुहिम चलाई गई है। जनवरी में 10 करोड़ से अधिक की रिकवरी का लक्ष्य रखा गया है, जिसके लिए समय-समय पर कार्रवाई जारी रहेगी। वहीं, कई उपभोक्ताओं ने कनैक्शन काटे जाने के तुरंत बाद ऑनलाइन माध्यम से पैसे जमा करवा दिए और काटा हुआ कनैक्शन पुन: जुड़वा लिया। अधिकारियों ने कहा कि कार्रवाई के बाद पैसे जमा करवाने के स्थान पर उपभोक्ताओं को समय पर अपना बिल अदा करना चाहिए ताकि विभाग को एक्शन लेने की जरूरत न पड़े।