चंडीगड़ (द पंजाब प्लस) कनाडा में गए छात्रों के लिए बड़ी मुश्किल खड़ी होने वाली है। कनाडा जाने को लेकर जहां पंजाबी छात्रों में काफी रूझान बढ़ रहा है वहीं कनाडा में अंतरराष्ट्रीय छात्र की संख्या में भी बढ़ौतरी हो रही हैं। कनाडा के प्रशासनिक अधिकारी मार्क मिलर द्वारा जानकारी दी गई है जल्द ही कनाडा में अंतरराष्ट्रीय छात्रों के आने को लेकर एक सीमा तक रोक लगाई जा रही है जिसके लिए आदेश जारी कर दिया गया है। मिलर का कहना है कि छात्र कनाडा में बढ़ रही बेरोजगारी, आवास को लेकर संकट से जूझ रहे हैं। ऐसे में पंजाब के छात्रों के लिए भी मुश्किलें खड़ी हो सकती है। पंजाब के छात्रों पर उक्त संकट का असर पड़ सकता है क्योंकि पंजाब के छात्र भी स्टडी वीजा लगाकर कनाडा जाने में काफी रुचि दिखा रहे हैं।
उधर मिलर ने एक इंटरव्यू में भी कहा था कि लिबरल सरकार अंतराराष्ट्रीय छात्रों की सीमा तय करने पर विचार-विमर्श कर रही है। इस समस्या को हल करने के लिए स्पेशल कैंप लगाने की तैयारी भी हो रही है। कैंपों में छात्रों के आने वाले आवेदनों को लेकर जांच की जाएगी जिसके आधार पर उक्त फैसला लिया जाएगा। वहीं मिलर का कहना है कि जी.आई.सी. इसलिए बढ़ाया गया था कि छात्रों के कनाडा आने की संख्या पर कुछ असर पड़ सके। जिक्रयोग्य है कि अगर आंकड़ों को देखते तो 2022 में सक्रिय वीजा वाले 800,000 से अधिक विदेशी छात्र थे।
कनाडा में छात्रों की बढ़ रही संख्या, आवास संकट व बेरोजगारी को देखते हुआ कनाडा सरकार ने यह उक्त फैसला लिया है जिसे जल्द लागू किया जाएगा। लिबरल सरकार ने विदेशी छात्र वीजा संख्या की समस्या पर चर्चा करने को लेकर योजना बनाई है। बढ़ती आबादी व बाहरी छात्रों की बढ़ी संख्या को लेकर घरों की मांग बढ़ रही है। वहीं निर्माण धीमी गति से चल रहा है क्योंकि मुद्रास्फीति की समस्या खड़ी हो रही है।