नई दिल्ली (द पंजाब प्लस) संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा के आह्वान पर आज शुभकरण सिंह की अंतिम अरदास कार्यक्रम उनके पैतृक गांव बलोह, बठिंडा में आयोजित किया गया, जिसमें लाखों लोगों ने भाग लिया और अपना आभार और सम्मान व्यक्त किया। इस मौके पर बोलते हुए सरवन सिंह पंधेर और जगजीत सिंह दल्लेवाल ने कहा कि पूरे भारत से आए लोगों की भीड़ देखकर मोदी सरकार की आंखें खुल जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि जिस तरह से शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे किसानों और मजदूरों पर अंधाधुंध आंसू गैस का इस्तेमाल किया गया और जिस तरह से हजारों लोग अस्थमा, सीने में दर्द और आंखों की समस्याओं से पीड़ित हैं। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है और देश में तानाशाही स्थापित करने की कोशिश की जा रही है, लेकिन देश की जनता ऐसा नहीं होने देगी।
उन्होंने कहा, कि ‘जिस तरह से बीजेपी ने लखीमपुर खीरी के मुख्य आरोपी को लोकसभा चुनाव के लिए लखीमपुर खीरी से टिकट देकर सजा से मुक्त घोषित कर दिया है, उसकी हम निंदा करते हैं और देश इसे देख रहा है और देश को इन चीजों के लिए कभी खेद नहीं होता है।” उन्होंने कहा कि मीडिया में सरकार के कुछ प्रतिनिधि यह साबित करने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं कि संघर्ष कुछ संगठनों का है, जबकि एसकेएम (गैर-राजनीतिक) और केएमएम देश में 200 से अधिक संगठनों का राष्ट्रव्यापी आंदोलन है।
उन्होंने मोर्चे की आगे की रणनीति को लेकर बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि 6 मार्च को देशभर से किसान-मजदूर-आदिवासी ट्रेनों और बसों से दिल्ली मार्च करेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार का कहना है कि किसानों को बिना ट्रैक्टर-ट्रॉली के आना चाहिए, इसलिए हमने फैसला किया है कि जो लोग ट्रेनों और बसों से दिल्ली आ रहे थे, वे अब दिल्ली कूच करें।
उन्होंने दूसरा बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि 10 मार्च को देशभर में ‘रेल रोको’ प्रदर्शन किया जाएगा. यह प्रदर्शन दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक होगा। इस मौके पर सरवन सिंह पंढेर के अलावा जगजीत सिंह दल्लेवाल, सुरजीत सिंह फूल, अमरजीत सिंह राड़ा, सतनाम सिंह सानी, इंद्रजीत सिंह कोटबुड़ा, शुखजीत सिंह हरदोझंडे, मंजीत सिंह घुमना, सतनाम सिंह बागड़ियां, बलवंत सिंह बेहरामके, शुखजिंद्र सिंह, रणबीर सिंह राणा, रमनदीप सिंह मान, आत्माराम लोहार, अनीश खटकड़, संदीप सिंह, सुखपाल सिंह दप्पड़, गुरतायन सिंह पनेधी, सोनू औलख, जुझारसिंह, जसविंदर सिंह लोंगोवाल, गुरप्रीत सिंह चीना, परमजीत सी (बिहार), इंद्रजीत सिंह आदि मौजूद थे।