जालंधर/चंडीगढ़ (दीपक पंडित) बढ़ रहे साइबर अपराधों को प्रभावशाली ढंग से रोकने के मद्देनजऱ मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार द्वारा सभी 28 पुलिस जिलों समेत 3 कमिश्नरेटों में 28 नए साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन जल्द स्थापित किए जाएंगे। यह जानकारी पंजाब के डायरैक्टर जनरल ऑफ पुलिस (डी.जी.पी.) गौरव यादव ने दी।
गौरतलब है कि साइबर क्राइम की चुनौती को प्रभावी और गंभीरता से निपटने की जरूरत को पहचानते हुए पंजाब पुलिस ने अपनी साइबर क्राइम जांच के बुनियादी ढांचे की क्षमता को और बेहतर एवं मजबूत करने के लिए प्रस्ताव भेजा था। डी.जी.पी. गौरव यादव ने साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन स्थापित करने सम्बन्धी प्रस्ताव को मंज़ूरी देने के लिए मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान का धन्यवाद करते हुए कहा कि यह साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन ऑनलाइन वित्तीय धोखाधड़ी, आईडैंटिटी थैफ्ट, साईबरबुलिंग, हैकिंग और ऑनलाइन स्कैमों की जांच करेंगे।उन्होंने कहा कि पुलिस स्टेशन अति-आधुनिक टैक्नॉलॉजी से लैस होंगे और स्टाफ में डिजिटल फोरेंसिक और साईबर क्राइम जांच में माहिर उच्च प्रशिक्षण प्राप्त कर्मचारियों को तैनात किया जायेगा।
यह पुलिस स्टेशन सम्बन्धित जिलों के एसएसपी/सीपी की निगरानी में काम करेंगे और अतिरिक्त डायरैक्टर जनरल ऑफ पुलिस (ए.डी.जी.पी.) साईबर क्राइम द्वारा समूची निगरानी में काम करेंगे। फिलहाल, राज्य में एक साईबर क्राइम पुलिस स्टेशन कार्यशील है, जिसको 2009 में नोटीफाई किया गया था।डी.जी.पी. ने कहा कि मुख्यमंत्री ने स्टेट साइबर क्राइम डिवीजन में डिजिटल जांच प्रशिक्षण और विश्लेषण केंद्र (डी.आई.टी.ए.सी. लैब) और जिला स्तर पर साइबर क्राइम इन्वैस्टिगेशन और टैक्निकल स्पोर्ट यूनिट्स को अपग्रेड करने के लिए 30 करोड़ रुपए मंजूर किए हैं। ए.डी.जी.पी. (साईबर क्राइम) वी. नीरजा ने कहा कि अपराधी ऑनलाइन बुनियादी ढांचे की खामियां का फायदा उठा रहे हैं। सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर नौजवान और सीनियर सिटिजन भी साईबर धोखाधड़ी का शिकार होते हैं। उन्होंने कहा कि इन नये साईबर क्राइम पुलिस स्टेशनों की स्थापना से साइबर क्राइम से निपटने में काफी मदद मिलेगी। उल्लेखनीय है कि ऑनलाइन वित्तीय धोखाधड़ी सम्बन्धी कॉल सुनने और एन.सी.आर.पी. पोर्टल पर रिपोर्टें प्राप्त करने के लिए हैल्पलाइन 1930 स्टेट साइबर क्राइम दफ्तर में 24 घंटे कार्यशील है।