संगरुर (द पंजाब प्लस) संगरुर में भवानीगढ़ के गांव बालद कलां की एक विधवा के बैंक खाते से हैकरों द्वारा अलग-अलग दिनों में 6 लाख 42 हजार रुपए की नकदी उड़ा ली। इस संबंध में विधवा की बेटी ने एसएसपी को लिखित शिकायत देकर ठगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
विधवा करमजीत कौर पत्नी स्व. राम सिंह निवासी गांव बालद कलां की लड़की दीपिंदर कौर ने बताया कि उसकी मां का एक प्राइवेट बैंक की भवानीगढ़ शाखा में बचत खाता है और उसके खाते में 8 लाख 93 हजार रुपए के करीब राशि जमा थी। 31 जुलाई 2024 की शाम उनके मोबाइल फोन पर तीन मैसेज आए, जिसमें उनकी मां के खाते से तीन अलग-अलग ट्रांजेक्शन के तहत 1 लाख 42 हजार रुपए दूसरे खातों में ट्रांसफर होने की जानकारी थी।
लेकिन यह रकम उनके द्वारा किसी के खाते में ट्रांसफर नहीं की गई। जिसके चलते जब उन्हें अहसास हुआ कि उनके साथ ठगी हो रही है तो उन्होंने तुरंत बैंक की एक महिला अधिकारी को फोन कर इस घटना की जानकारी दी और अपने खाते को फ्रीज करने का अनुरोध किया। जहां उक्त महिला अधिकारी ने उन्हें सलाह दी कि हम आपके खाते में बची रकम को एफडी कर देंगे। जिससे आपकी बची हुई रकम सुरक्षित रहेगी।
उन्होंने कहा कि अगले दिन वह बैंक शाखा गए और अधिकारियों से उनका खाता फ्रीज करने का अनुरोध किया, लेकिन बैंक अधिकारियों ने उन्हें बताया कि उनके खाते में शेष बची 7 लाख रुपए की राशि की एफडी कर दी गई है और अब आपको डरने की कोई जरूरत नहीं है। जिसके बाद वह जिला पुलिस प्रमुख संगरूर से इस घटना की शिकायत करने के बाद अपने घर वापस लौट आए।
लेकिन गत एक अगस्त की रात को उनके पैरों के नीचे से उस समय जमीन खिसक गई जब रात के करीब सवा आठ बजे उसके मोबाइल फोन पर दोबारा मैसेज आया कि उसकी मां के खाते से किसी ने बैंक की एफडी तोड़कर बैंक खाते में सेंध लगाकर 5 लाख रुपए की रकम महाराष्ट्र के एक बैंक खाते में ट्रांसफर की गई है। इस तरह उनके खाते से बड़ी रकम की धोखाधड़ी के संबंध में उनके द्वारा एक और लिखित शिकायत जिला पुलिस प्रमुख संगरूर को दी गई और इसकी जानकारी बैंक शाखा के अधिकारियों को भी दी गई।
विधवा की बेटी दीपिंदर कौर ने बताया कि उनके पिता की मौत के कारण उनके सिर से पहले ही पिता का साया उठ चुका है और अब उनकी मां भी बीमारी के कारण बिस्तर पर पड़ी हैं। इसलिए उन्होंने जिला पुलिस प्रमुख से मांग की है कि उनसे लाखों रुपए की ठगी करने वाले इन आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाए और उनके पैसे वापस दिलवाए जाएं।
उधर, बैंक के मैनेजर राजीव सिंगला से बात करने पर उन्होंने कहा कि इस में बैंक की कोई गलती नहीं है। फिर भी महिला के खाते से गायब हुई राशि को वापस लाने के लिए बैंक द्वारा पूरे प्रयास किए जा रहे हैं। बैंक प्रबंधक ने बताया कि परिवार के किसी सदस्य द्वारा ही अपने मोबाइल फोन से बैंक खाते की जानकारी किसी से साझा करने के कारण ठगी की यह घटना घटी है। जिसके तहत हैकरों ने उक्त महिला का मोबाइल फोन हैक कर नेट बैंकिंग सिस्टम के जरिए उसके खाते से एफडी तोड़कर यह रकम अपने एक खाते में ट्रांसफर कर ली है।