जालंधर (द पंजाब प्लस) राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) पंजाब ने जालंधर के सिविल सर्जन को 9.85 करोड़ रुपए के कथित धन के दुरुपयोग में शामिल अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का निर्देश दिया है। इसे लेकर अधिकारियों से 15 दिन के भीतर रिपोर्ट तलब की गई है।
एनएचएम के डायरेक्टर द्वारा सिविल सर्जन जालंधर को भेजे गए एक पत्र में कहा गया है कि वित्तीय वर्ष 2019 से 2022 तक सिविल सर्जन ऑफिस द्वारा जिला स्तर पर जो की चीजें खरीदी गई, उसके हिसाब किताब में गड़बड़ी पाई गई। ये गड़बड़ी कम नहीं बल्कि करीब 9 करोड़ 86 लाख रुपए की है।
कमेटी की एक बैठक में तत्कालीन सिविल सर्जन ने कहा कि सिविल सर्जन दफ्तर जालंधर के पास वित्तीय वर्ष 2019 से 22 तक की गई 9.86 करोड़ रुपए की परचेज का कोई रिकॉर्ड नहीं है। पत्र में लिखा गया है कि जब यह सारा मामला सरकार के नोटिस में लाया गया।
जिसके बाद उसने निर्देश दिए कि सिविल सर्जन मामले की जांच के बाद आरोपी पाए जाने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ 15 दिन के भीतर मामला दर्ज किया जाए। जिसके बाद सरकार इस सारे मामले को सरकार से अवगत करवाएगी।