चंडीगड़ (द पंजाब प्लस) चंडीगढ़ के पॉश सेक्टरों में शुमार सेक्टर-10 की कोठी पर हुए ग्रेनेड हमले में शामिल दूसरे आरोपी तक पुलिस पहुंच गई है। विशाल नाम के आरोपी को पंजाब पुलिस ने सेंट्रल एजेंसियों के सहयोग से दिल्ली से गिरफ्तार किया है। वह गुरदासपुर के गांव रायमल नजदीक ध्यानपुर थाना कोटली सूरत मल्लियां बलाटा का रहने वाला है।
जांच में सामने आया है कि US में बैठे गैंगस्टर हैप्पी पासिया ने वारदात को अंजाम देने वाले दोनों आरोपियों को भ्रमित करने के लिए शुरुआत में कुछ फंड मुहैया करवाए थे। शेष रकम वारदात के बाद देने की डील तय हुई थी। लेकिन घटना को अंजाम देने के बाद जब आरोपियों ने हैप्पी पासिया से संपर्क किया था तो उसने बहानेबाजी शुरू कर दी थी। बाद में उनका फोन तक उठाना बंद कर दिया था। साथ ही रकम का भुगतान नहीं किया था।
यह जानकारी पंजाब पुलिस की आरोपियों से पूछताछ में सामने आई है। वहीं, विशाल को पुलिस ने अमृतसर अदालत में पेश किया। जहां से उसे 20 सितंबर तक रिमांड पर भेज दिया है। अब तक इस मामले में 3 आरोपी पकड़े जा चुके हैं। इनमें ऑटो चालक अनिल और ग्रेनेड फेंकने वाला रोहन शामिल है। पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर पहले इस बारे में पोस्ट डालकर जानकारी दी थी।
सूत्रों के मुताबिक पुलिस पूछताछ में पकड़े गए आरोपियों ने खुलासा किया कि धमाके के लिए उनकी डील 5 लाख रुपए में हुई थी। लेकिन पहली किश्त में 20 हजार रुपए ही मिले थे। आरोपी रोहन ने पुलिस को बताया कि वह चंडीगढ़ में हमले के बाद जम्मू कश्मीर भागने वाला था। लेकिन वीडियो वायरल होने बाद उनकी तरफ से एन मौके प्लान बदल दिया था। इसके बाद दोनों ने अलग-अलग राह चुन ली थी। वहीं, पुलिस अब उसके बारे में कई अन्य चीजों की पड़ताल जुटी हुई।
अमृतसर के अमेरिका में रहने वाले गैंगस्टर हरप्रीत सिंह हैप्पी पासियां के घर भी सुरक्षा एजेंसियां पहुंची थी। हैप्पी के परिवार ने मीडिया से कहा कि हमारे बेटे का ऐसे अपराधों से कोई लेना-देना नहीं है। उसका कहना है कि ऐसे अपराधों से उसका कोई लेना-देना नहीं है। परिवार वालों का कहना है कि उसके बैंक खाते भी सीज कर दिए गए हैं। कई जगहों से पुलिस उसके घर आ चुकी है।
यूएस में रह गैंगस्टर हैप्पी पासिया ने पंजाब में अपने स्थानीय सहयोगियों के माध्यम से आरोपियों को विस्फोटक, हथियार और रसद सहायता प्रदान की और उनके लिए कुछ वित्तीय सहायता की भी व्यवस्था की। अपराध करने के बाद, दोनों अमृतसर आए और बाद में अपने रास्ते अलग कर लिए थे। विशाल पहले जम्मू-कश्मीर गया और फिर दिल्ली चला गया, जब पुलिस टीमों ने उसे पकड़ लिया।
पंजाब पुलिस की जांच में यह साफ हो चुका है कि 11 सितंबर को ग्रेनेड अटैक पाकिस्तान की इंटर सर्विस इंटेलिजेंस (ISI) के इशारे पर करवाया गया था। इसका मास्टरमाइंड पाकिस्तान में बैठा आतंकी हरविंदर रिंदा था। उसने US में बैठे हैप्पी पासिया के जरिए इसे अंजाम दिलाया।
पंजाब के DGP गौरव यादव ने खुद इसका खुलासा किया था। उन्होंने बताया था कि हैप्पी पासिया के गांव का ही रोहन पासिया है, जो कि ग्रेनेड फेंकने में शामिल है। यह बात साफ हो गई कि ड्रोन के जरिए ग्रेनेड पाकिस्तान से भारत आया था।