चेन्नई (द पंजाब प्लस) ट्रेन शुक्रवार रात कावराईपेट्टई में पटरी से उतर गई थी। चार यात्रियों की हालत गंभीर बताई जा रही है। बागमती एक्सप्रेस (ट्रेन संख्या 12578) के 19 यात्रियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दक्षिण रेलवे ने पहले ही दुर्घटना की उच्चस्तरीय जांच शुरू कर दी है। बता दें कि मैसूर से बिहार के दरभंगा जा रही बागमती एक्सप्रेस शुक्रवार रात साढ़े आठ बजे खड़ी मालगाड़ी से टकरा गई थी। टक्कर के कारण बागमती एक्सप्रेस के 12 डिब्बे पटरी से उतर गए थे और ट्रेन के पार्सल वैन में आग लग गई थी, जिसे बाद में अग्निशमन और रेस्क्यू टीम द्वारा बुझाया गया।
नेशनल डिजास्टर रिस्पान्स फोर्स (NDRF) तुरंत घटनास्थल पर पहुंचा और बचाव अभियान चलाया। रेलवे के सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि सिग्नल फेल होने के कारण यह दुर्घटना हुई। ट्रेन संख्या 12578, मैसूर-दरभंगा एक्सप्रेस को मुख्य लाइन से गुजरने के लिए हरी झंडी दी गई थी। हालांकि, 75 किमी/घंटा की रफ्तार से चल रही ट्रेन लूप लाइन में प्रवेश कर गई और वहां खड़ी एक मालगाड़ी के पिछले हिस्से से टकरा गई। एक्सप्रेस ट्रेन रात 8:27 बजे पोन्नेरी रेलवे स्टेशन को पार कर गई थी और उसे मुख्य लाइन के माध्यम से अगले स्टेशन, कावराईपेट्टई से गुजरने के लिए हरी झंडी दी गई थी।
दक्षिण रेलवे के एक बयान में कहा गया, ‘कावराईपेट्टई स्टेशन में प्रवेश करते समय, ट्रेन चालक दल को जोरदार झटका लगा और इसके बाद मुख्य लाइन पर आगे बढ़ने के बजाय, ट्रेन 75 किमी/घंटा की गति से लूप लाइन में प्रवेश कर गई और मालगाड़ी से टकरा गई।‘
रेलवे अधिकारियों ने पुष्टि की कि चालक दल को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है और पार्सल वैन में लगी आग को बुझा दिया गया है। एक अधिकारी ने कहा, ‘अभी तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है, लेकिन कुछ लोग घायल हुए हैं। सभी घायलों को नजदीकी अस्पतालों में ले जाया गया है।‘
इस हादसे के बाद ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित हुई है और यात्रियों के परिवहन के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है। दक्षिण रेलवे में शुक्रवार रात की दुर्घटना ओडिशा के बालासोर में 2 जून, 2023 को हुई घटना से मिलती-जुलती है, जिसमें 290 यात्रियों की मौत हो गई थी और 900 से अधिक लोग घायल हुए थे।