जालंधर,6 नवंबर (दीपक पंडित) बहुजन समाज पार्टी (BSP) के पंजाब प्रधान रहे जसबीर सिंह गढ़ी को पार्टी से निष्कासित किए जाने के बाद उन्होंने पहले बार खुलकर इस पर बात की है। गढ़ी ने पार्टी से निकाले जाने की वजह सिर्फ एक फोन को बताया। जो उन्होंने एक शिकायत के लिए बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती के करीबी मेवा लाल को किया था।
जिसके बाद उन्हें पार्टी ने बाहर का रास्ता दिखा दिया। मेवा लाल से उन्होंने मायावती से मिलने के लिए समय मांगा था। जिसके बाद उन पर कार्रवाई कर दी गई। बता दें कि गढ़ी की जगह बसपा ने अवतार सिंह करीमपुरी को पंजाब बीएसपी का नया प्रधान बनाया है।
जसवीर सिंह गढ़ी ने लिखा- “तेरा भाणा मीठा लागे”, ये बात तब कही गई, जब मुगल शासक जहांगीर ने लाहौर में शहीद करने से पहले सिख धर्म के पांचवें गुरु सतगुरु अर्जुन देव जी को गर्म लाल तवे पर बैठाया गया। तब यह बात उन्होंने कुदरत को याद करते हुए कही थी। आज मैं भी उसी पल में हूं।
रत्ती भर भी मलाल नहीं, रत्ती भर भी कोई शक नहीं। पार्टी के फैसले स्वागत करता हूं। पार्टी हाईकमान बहन कुमारी मायावती से 5 नवंबर को मुलाकात का समय लेने के लिए मेवा लाल को दोपहर 3 बजे फोन किया था। जिसमें बहन मायावती का समय चाहिए था, क्योंकि प्रभारी रणधीर सिंह बेनीवाल के खिलाफ शिकायत देनी थी। ढ़ाई घंटे के बाद शाम 5.30 फिर मेवा लाल को फोन किया कि क्या निर्देश है। तो उत्तर मिला कि 23 नवंबर तक बहन मायावती व्यस्त है। उसके बाद समय देंगे।
आज अपनी साढ़े 5 साल की बसपा के प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर पहली बार फोन किया था। इन साढ़े पांच वर्षों में राष्ट्रीय अध्यक्ष बहन कुमारी मायावती का कभी फोन नहीं आया था। इस अनुशासन हीनता के लिए मिली छोटी सी चिठ्ठी, जिसमें था निष्काषन।
आगे पूर्व बसपा पंजाब के प्रधान जसवीर सिंह गढ़ी ने कहा- मैं अपनी हाईकमान के फैसले का सम्मान करता हूं। कोशिश करूंगा कि बहन मायावती से बात हो सके। आपने कार्यकाल में सभी वर्कर और सभी लीडरशिप का धन्यवाद करता हूं। जिन्होंने मेरा जी तोड़ और मजबूती से साथ दिया। अपने वर्कर और लीडरशिप को पार्टी के साथ तन, मन और धन से साथ देने की आखिरी अपील करता हूं। क्योंकि निष्कासित हो चुका हूं।