चंडीगड़ (द पंजाब प्लस) केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू को बुधवार को पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान से डिबेट करने के लिए उनके आवास पहुंच गए। सुरक्षा ने उन्हें अंदर जाने नहीं दिया और गेट पर ही रोक लिया। इसे लेकर सिक्योरिटी और चंडीगढ़ पुलिस के अधिकारियों के बीच हाथापाई और धक्का-मुक्की तक हो गई।
चंडीगढ़ पुलिस के अधिकारियों का कहना था कि उनके पास परमिशन नहीं थी इसलिए बिट्टू का काफिला रोक दिया। अधिकारियों ने पायलट गाड़ी के ड्राइवर को जबरन उतारने की कोशिश की। बिट्टू गाड़ी से उतरकर आए तो भी पुलिस अधिकारी सिक्योरिटी अफसर से बहस करते रहे। बिट्टू ने कहा,’ मैं अकेला यहां आया था। इन्होंने गालियां दीं। अगर मुझे डिटेन करना है तो कर लो। मैं गृह विभाग को शिकायत दूंगा।’
पूरी घटना का वीडियो भी सामने आया है। जिसमें अधिकारी कह रहे हैं कि आपने रास्ता ब्लॉक कर रखा है। इसके बाद अधिकारियों और ड्राइवर के बीच हाथापाई हुई। पायलट गाड़ी का ड्राइवर पुलिस अधिकारियों से कहता है कि गृह मंत्रालय ने उन्हें (बिट्टू) सिक्योरिटी दे रखी है। हमें कैसे उन्हें अकेला छोड़ सकते हैं? उन्हें कुछ हो गया तो कौन जिम्मेदार होगा? हमें गृह मंत्रालय ने भेजा हुआ है।
हम ड्यूटी कर रहे हैं। हमारी ऑल इंडिया ड्यूटी है। इस पर अधिकारी कहते हैं कि आप अपनी डयूटी करो और हमें अपनी ड्यूटी करने दो। आप इस तरह रास्ता ब्लॉक नहीं कर सकते।
CM भगवंत मान की तरफ से कुछ समय पहले पंजाब के मुद्दों को लेकर एक प्रोग्राम लुधियाना में रखा गया था। जिसमें सभी पार्टियों के नेताओं को बुलाया गया था। मंच पर पार्टियों के प्रमुख नेताओं की कुर्सियां तक लगाई गई थीं, लेकिन किसी भी दल का कोई नेता वहां पर नहीं पहुंचा था। ऐसे में बिट्टू ने कहा कि सीएम भगवंत मान हर समय बहस की चुनौती देते रहते हैं। ऐसे में वह अब उनके घर पर मिलने जा रहे थे। ताकि उन्हें पंजाब की असल तस्वीर दिखा सकें।
बिट्टू ने भी कहा कि कुछ समय पहले उनके समर्थकों के खिलाफ झूठे पर्चे दर्ज कर दिए थे। जिनसे उन्हें परेशानी में डाला गया। उन्होंने कहा कि वह तो मिलने पहुंचे थे, लेकिन सीएम उनके सवालों का जवाब देना नहीं चाहते हैं। इसलिए उन्हें रोका गया।