जालंधर (दीपक पंडित) जालंधर में सबसे व्यस्त चौकों में से एक पीएपी चौक में आज दलित समाज द्वारा धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। भारी मात्रा में दलित समाज के समर्थकों ने मौके पर पहुंचकर पुलिस और जालंधर के गांव नूरपुर की पंचायत के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
पुलिस पर बेअदबी के आरोपी पर कार्रवाई न करने और नुरपूर चट्ठा की पंचायत पर दलित विरोधी गतिविधि करने के मामले में ये प्रदर्शन किया जा रहा है। प्रदर्शन शुरू होते ही मौके पर जालंधर सिटी पुलिस के अधिकारी पहुंच गए थे और धरना प्रदर्शन करने आए लोगों के साथ बातचीत शुरू कर दी है।
आदीवासी ज्ञान नाथ पूर्ण संघर्ष दल कौमी चेयरमैन (श्री वाल्मीकि तीर्थ ज्ञान आश्रम अमृतसर) जोगिंदर सिंह मान ने कहा- जालंधर में कई गांवों में दलितों पर अत्याचार किया जा रहा है। ये कोई एक गांव की बात नहीं है। मान ने आगे कहा- गांव जलालपुर, लोहिया में करीब एक माह पहले हमारे ग्रंथ की बेअदबी की गई। 60 पन्ने उक्त ग्रंथ के फाड़े गए। जब शिकायत की गई तो पुलिस ने आरोपी को ढूंढने के बजाए अज्ञात पर केस दर्ज कर लिया और कार्रवाई को आगे नहीं बढ़ाया गया।
आदीवासी ज्ञान नाथ पूर्ण संघर्ष दल कौमी चेयरमैन (श्री वाल्मीकि तीर्थ ज्ञान आश्रम अमृतसर) जोगिंदर सिंह मान ने आगे कहा- दूसरा गांव है नूरपुर चट्ठा है। जिसमें भगवान वाल्मीकि जी का गुरुद्वारा साहिब साहिब पंचायती जमीन पर है। ये कोई अकेला धार्मिक स्थान नहीं जो कि पंचायत की जमीन पर बना हुआ है। ऐसे कई धार्मिक स्थान उक्त पंचायती जमीन पर बने हुए हैं।
मान ने आगे कहा- पंचायत ने सिर्फ भगवान वाल्मीकि जी महाराज के मंदिर के खिलाफ शिकायत की, मगर अन्य किसी भी धार्मिक स्थान के खिलाफ ऐसा नहीं हुआ। इससे ये साबित होता है कि पंजाब दलित समाज के साथ अन्याय कर रही है। हमारा कहना है कि अगर कानून लागू होना चाहिए तो सब पर लागू होना चाहिए। उक्त पंचायत के खिलाफ हमारा ये रोष प्रदर्शन है।