जालंधर (दीपक पंडित) किसान एवं मजदूर अधिवक्ताओं की एक आपातकालीन बैठक एडवोकेट गुरजीत सिंह काहलो की अध्यक्षता में हुई। अध्यक्ष गुरजीत सिंह काहलो ने कहा कि हमारे संगठन के सदस्य चरणजीत सिंह चन्नी (सांसद, जालंधर) द्वारा वक्फ संशोधन अधिनियम के खिलाफ दिए गए बयान के समर्थन में मजबूती से खड़े हैं। चन्नी साहब अपने बयान के बावजूद पूरे जालंधर के लोगों की आवाज हैं। इतिहास गवाह है कि पंजाब एकमात्र ऐसा राज्य है जो हमेशा अत्याचार के खिलाफ मजबूती से खड़ा रहा है। संगठन के महासचिव एडवोकेट राजू अंबेडकर ने कहा कि आज वक्फ संशोधन एक्ट के खिलाफ वोट देकर पंजाब के सभी सांसदों ने यह साबित कर दिया है कि जिंदा जमीर वाले लोग नदी की धारा के विपरीत तैरते हैं। अध्यक्ष गुरजीत सिंह काहलो ने कहा कि चन्नी साहब का बहिष्कार करने वाले कुछ चार-पांच तथाकथित वकीलों द्वारा भ्रामक बयान दिए जा रहे हैं, जो उनके राजनीतिक और व्यक्तिगत बयान हैं, न कि कानूनी समुदाय के। उन्होंने कहा कि अगर उन्हें ऐसा करना है तो पहले सरकार को बताएं और उसका बहिष्कार करें, फिर पता चल जाएगा कि उनके झूठ के साथ कौन खड़ा है। चन्नी साहब ने जो कहा वह सच है और देश के संविधान के पक्ष में है। किसानों और मजदूरों के वकील चन्नी साहब के बयान के साथ खड़े हैं।
इस अवसर पर अमनदीप सिंह जम्मू, परमजीत सिंह, अंजलि, सुखजिंदर पाल सिंह सिद्धू, मयान राणावत, दीपक नाहर, पंकज सहोता, सुशील बंटी, एडवोकेट बीना रानी, वी सहोता और अन्य वकील उपस्थित थे।