नई दिल्ली (Time24) कनाडा सरकार ने वर्क परमिट से जुड़ी नीतियों में महत्वपूर्ण बदलाव की घोषणा की है, जिससे हजारों भारतीयों को सीधा लाभ मिलेगा। कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी के नेतृत्व में लागू की गई यह अस्थायी सार्वजनिक नीति खासकर उन विदेशी कामगारों के लिए राहत लेकर आई है, जो कनाडा में नौकरी बदलने की प्रक्रिया से गुजर रहे हैं या जिनका वर्क परमिट आवेदन अभी प्रॉसेस में है।
कनाडा में भारतीय मूल के लोगों की एक बड़ी आबादी रहती है, जिनमें से लाखों लोग पढ़ाई या नौकरी के सिलसिले में वहां जाते हैं। ऐसे में वर्क परमिट नियमों में दी गई यह छूट भारतीय पेशेवरों और छात्रों के लिए एक बड़ी राहत है। नए नियमों के तहत वे लोग, जिनके पास वैध वर्क परमिट है और जिन्होंने नया वर्क परमिट प्राप्त करने के लिए आवेदन कर रखा है, वे निर्णय लंबित रहने के बावजूद नई नौकरी शुरू कर सकते हैं।
अब तक, किसी एक विशिष्ट नियोक्ता के लिए वर्क परमिट रखने वाले विदेशी नागरिक, वर्क परमिट समाप्त हो जाने के बाद जब तक नया परमिट जारी न हो जाए, तब तक नई नौकरी शुरू नहीं कर सकते थे। लेकिन अब यह बाधा हटा दी गई है। जो कामगार वर्क परमिट नवीनीकरण के लिए आवेदन कर चुके हैं, उन्हें तत्काल नई नौकरी शुरू करने की अनुमति दी गई है, भले ही उनकी फाइल अभी पेंडिंग हो।
इस नीति का लाभ उन कर्मचारियों को भी मिलेगा जो किसी नए व्यवसाय या नियोक्ता के साथ काम करना चाहते हैं, लेकिन पुराने नियमों के तहत ऐसा करने के लिए उन्हें वर्क परमिट की नई मंजूरी का इंतजार करना पड़ता था। अब वे बिना देरी के नई नौकरी शुरू कर सकते हैं, जिससे उन्हें आय और करियर में रुकावट नहीं झेलनी पड़ेगी।
नए नियम का लाभ उठाने के लिए विदेशी कामगारों को जरूरी है कि वे वर्क परमिट नवीनीकरण का आवेदन समय पर दाखिल करें। एक बार आवेदन जमा हो जाने के बाद, वे बिना किसी कानूनी अड़चन के नई नौकरी पर जा सकते हैं। यह निर्णय खासकर उन लोगों के लिए बेहद फायदेमंद साबित होगा जो अपने करियर में लचीलापन चाहते हैं और कनाडा में दीर्घकालिक रोजगार की योजना बना रहे हैं।

