जालंधर (दीपक पंडित) जालंधर से एक चौंकाने वाली मानव तस्करी का मामला सामने आया है, जहां एक युवती को उसकी भाभी ने एजेंट के माध्यम से चार लाख रुपए में ओमान में बेच दिया। पीड़िता को वहां शारीरिक उत्पीड़न का सामना करना पड़ा और बिना वेतन के दिन-रात काम करने को मजबूर किया गया।
पीड़िता ने आज बताया कि उसे भरपेट खाना भी नहीं दिया जाता था। विरोध करने पर उसे जान से मारने की धमकियां मिलीं। वह दो महीने तक ओमान की सड़कों पर भटकती रही। किसी तरह उसने अपने परिवार से संपर्क किया। पीड़िता के मुताबिक ओमान में उत्तर प्रदेश, बिहार और पंजाब की करीब 20 लड़कियां एक पार्क में नरक जैसी जिंदगी जी रही हैं।
उसने एक लड़की को बालों से घसीटकर कार में ले जाते देखा। इस घटना ने उसे बुरी तरह झकझोर दिया। पीड़िता के पति ने राज्यसभा सांसद संत बलबीर सिंह सीचेवाल से मदद मांगी। सांसद के प्रयासों से युवती की भारत वापसी संभव हो सकी। पीड़िता ने बताया कि परिवार की आर्थिक मजबूरियों के कारण वह नौकरी की तलाश में ओमान गई थी।
संत सीचेवाल ने विदेश मंत्रालय और भारतीय दूतावास की मदद से तुरंत कार्रवाई की, जिसके चलते मात्र 10 दिनों में पीड़िता की सुरक्षित वापसी संभव हो सकी। पीड़िता और उसके परिवार ने संत सीचेवाल और भारत सरकार का दिल से धन्यवाद किया।
राज्यसभा सांसद संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने गहरी हमदर्दी व्यक्त करते हुए कहा कि एक अनाथ बेटी को उसकी अपनी भाभी द्वारा इस तरह फंसाना यह दिखाता है कि लालच किस हद तक हमारे दिलों-दिमाग पर हावी हो चुका है। उन्होंने विदेश मंत्रालय और भारतीय दूतावास का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि जब तक मानव तस्करी को अंजाम दे रहे गिरोहों पर सख्त कार्रवाई और रोक नहीं लगाई जाती, तब तक हालात नहीं बदल सकते।
उन्होंने पंजाब के लोगों से भी अपील की कि वे ऐसे गिरोहों और खासतौर पर रिश्तेदारों से सावधान रहें, जो विदेश भेजने के नाम पर लड़कियों को अरब देशों में फंसा रहे हैं। पीड़िता ने बताया कि घर से निकलने के बाद उसके परिवार वालों ने उस पर झूठा चोरी का आरोप लगा दिया, जिससे ओमान से बाहर निकलना और भी मुश्किल हो गया। उसने यह भी बताया कि यही तरीका वहां और भी कई लड़कियों के साथ अपनाया जा रहा है, जो आज भी इंसाफ के लिए भटक रही हैं।

