जालंधर (दीपक पंडित) नशे के खिलाफ पंजाब पुलिस की मुहिम को आज फिर बड़ी सफलता मिली। बता दें कि सीआईए स्टाफ जालंधर-ग्रामीण ने एक कुख्यात तस्कर को 701 ग्राम हेरोइन के साथ गिरफ्तार किया। यह कार्रवाई वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) हरविंदर सिंह विर्क, पीपीएस के निर्देशों पर चलाई जा रही विशेष अभियान “ऑपरेशन वॉर अगेंस्ट ड्रग्स” के तहत की गई।
एसएसपी विर्क ने प्रेस को जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस अधीक्षक सरबजीत राय व उप-पुलिस अधीक्षक इंद्रजीत सिंह के नेतृत्व में, इंस्पेक्टर पुष्प बाली, इंचार्ज सीआईए स्टाफ, ने गुप्त सूचना के आधार पर यह कार्रवाई की। एसआई हरजीत सिंह के नेतृत्व में टीम 6 जुलाई को आदमपुर क्षेत्र में गश्त कर रही थी, जब गांव मदारा के पास सड़क किनारे खड़े एक युवक की गतिविधियों ने पुलिस का ध्यान खींचा।
जैसे ही युवक ने पुलिस को देखा, उसने अपने हाथ में पकड़ा हुआ मोम का लिफाफा फेंककर भागने की कोशिश की, लेकिन सतर्क पुलिस कर्मियों ने उसे मौके पर ही काबू कर लिया। युवक की पहचान शुभम शर्मा पुत्र केशव नंद, निवासी पधियाना, थाना आदमपुर, जिला जालंधर के रूप में हुई। जब फेंके गए लिफाफे की तलाशी ली गई, तो उसमें से 701 ग्राम हेरोइन बरामद हुई।
एसएसपी ने बताया कि आरोपी शुभम शर्मा पर पहले भी नशा तस्करी के दो मामले दर्ज हैं-
केस नंबर 128, दिनांक 11 अगस्त 2021, थाना मेहटियाना, जिला होशियारपुर
केस नंबर 141, दिनांक 18 अगस्त 2022, थाना आदमपुर, जिला जालंधर ग्रामीण
तीसरी बार गिरफ्तार होने पर पुलिस अब आरोपी को अदालत में पेश कर रिमांड प्राप्त करेगी ताकि इस नेटवर्क की पूरी तह तक जांच की जा सके। जांच का मुख्य उद्देश्य यह जानना है कि इतनी मात्रा में हेरोइन कहां से लाई गई, किन लोगों तक पहुंचाई जानी थी और इसके पीछे कौन-कौन से बड़े चेहरे शामिल हैं।
एसएसपी विर्क ने स्पष्ट किया कि जिले में नशे का कारोबार किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पुलिस प्रशासन नशे के सौदागरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करता रहेगा और समाज को इस बुराई से मुक्त करने का प्रयास जारी रहेगा।
पुलिस की यह कार्रवाई न केवल नशा तस्करों को चेतावनी है, बल्कि समाज के लिए भी एक संदेश है कि नशे के खिलाफ लड़ाई में हर नागरिक की भागीदारी जरूरी है। अगर आपके आस-पास कोई संदिग्ध गतिविधि दिखे, तो तुरंत पुलिस को सूचना दें।

