चंडीगड़ (द पंजाब प्लस) पंजाब की मोहाली जिला पुलिस ने क्रिकेटर ऋषभ पंत से ठगी करने वाले 2 लोगों को गिरफ्तार किया है। अब ठगों ने ADGP अलोक कुमार बनकर जालंधर के एक ट्रैवल एजेंट से लाखों रुपए ठगे। ट्रैवल एजेंट की शिकायत पर जब मोहाली पुलिस ने जांच की तो फरीदाबाद सेक्टर-17 निवासी निरनाथ उर्फ मृणांक और पानीपत निवासी राघव गोयल हत्थे चढ़ गए।
ठगों ने पुलिस पूछताछ में बताया कि जालंधर के ट्रैवल एजेंट विजय सिंह डोगरा से 5.76 लाख की ठगी करने से पहले वह मुंबई में भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ी ऋषभ पंत से भी धोखाधड़ी कर चुके हैं। निरनाथ उर्फ मृणांक सिंह ने पूछताछ में बताया कि उसने क्रिकेटर ऋषभ पंत से 1.63 लाख रुपए ठगे थे। उसके खिलाफ मुंबई में केस दर्ज हुआ था और वह जमानत पर छूट कर आया था।
जालंधर BMC चौक के पास ट्रैवल एक्सपर्ट्स वैकेशन्स प्राइवेट लिमिटेड नाम से ऑफिस चलाने वाले विजय सिंह डोगरा ने पुलिस को शिकायत दी। उसे एक फोन आया कि वह ADGP चंडीगढ़ आलोक कुमार बोल रहा हूं। उसे चंडीगढ़ से दिल्ली फ्लाइट की टिकटें और वहां पर होटल में कमरा बुक करवा दें। विजय सिंह ने टिकट भी भेज दी और कमरा भी बुक करवा दिया।
ठगों ने जब देखा कि विजय उनके जाल में फंस गया है, तो उन्होंने दोबारा फिर से ADGP आलोक कुमार बन फोन किया और कहा कि उसे पैसों की जरूरत है, वह उनके खाते में पैसे जमा करवा दे। ठगों ने कई बार खाते में पैसे डलवाए और कहते रहे है कि वह पैसे वापस कर देंगे। जब विजय ने देखा कि पैसा लाखों में हो गया तो उन्होंने वापस कॉल किया।
विजय के अनुसार, ठगों ने उन्हें मोहाली बुला लिया और कहा कि वह अपने पैसे ले जाएं। मोहाली में पहुंचकर जब फोन किया तो ठगों ने कहा कि वह फेज-9 क्रिकेट स्टेडियम के पास आ जाएं। जब वहां पहुंचा और फोन किया तो जवाब मिला कि कोई जरूरी केस आ गया है। इमरजेंसी में जाना पड़ रहा है। 50 हजार उसके खाते में और डाल दें, वह सारे पैसे वापस कर देगा।
विजय ने 50 हजार और डाल दिए। इसके बाद वह चंडीगढ़ गए और जब ADGP आलोक कुमार के बारे में पता किया तो मालूम हुआ कि चंडीगढ़ में तो इस नाम का कोई अधिकारी ही नहीं है। इसके बाद उन्होंने मोहाली की फेज-8 थाना में अपनी शिकायत दर्ज करवाई। जिन नंबरों से कॉल आती थी पुलिस उन्हीं के सहारे ठगों तक पहुंची।