नई दिल्ली (द पंजाब प्लस) पंजाब से कनाडा जाने की चाहत रखने वाले लोगों के लिए एक बड़ी राहत और खुशखबरी है। कनाडा सरकार ने माता-पिता और ग्रैंड पेरैंट्स स्पॉन्सरशिप प्रोग्राम (PGP) को एक बार फिर से शुरू कर दिया है, जो पिछले कुछ समय से निलंबित था। इस बार सरकार 17,860 स्पॉन्सरशिप आवेदन स्वीकार कर रही है, जिससे हजारों परिवारों को दोबारा एक होने का मौका मिलेगा।
इमीग्रेशन, शरणार्थी और नागरिकता कनाडा (IRCC) ने 28 जुलाई 2025 से उन संभावित स्पॉन्सरों को निमंत्रण भेजने शुरू कर दिए हैं जिन्होंने 2020 में “रुचि पत्र” (Expression of Interest) दाखिल किया था। यह प्रक्रिया अगले दो हफ्तों तक जारी रहेगी और सभी निमंत्रण पुराने बैकलॉग को साफ करने के लिए हैं। PGP प्रोग्राम कनाडा के नागरिकों और स्थायी निवासियों को अपने माता-पिता और दादा-दादी को स्थायी निवास दिलाने के लिए स्पॉन्सर करने की अनुमति देता है। यह प्रोग्राम परिवार पुनर्मिलन की दिशा में एक अहम कदम है, जिससे लोग अपने बुजुर्ग परिजनों को स्थायी रूप से अपने पास ला सकते हैं।
PGP के रद्द होने के बाद लोग माता-पिता को सुपर वीजा के तहत कनाडा बुला रहे थे, जो उन्हें 5 साल तक एक बार में और 10 साल तक मल्टीपल एंट्री की सुविधा देता है। हालांकि, इससे पी.आर. मिलने का रास्ता बंद था, जिससे लोग परेशान थे।
हालांकि, इस साल नए आवेदन स्वीकार नहीं किए जाएंगे। सरकार ने 2025 के इमीग्रेशन लक्ष्यों में 20% की कटौती की है और PGP कोटे में भी कमी की गई है। 2023 में जहां 34,000 लोगों को PR देने का लक्ष्य था, वहीं अब यह घटाकर 24,500 कर दिया गया है।
PGP के दोबारा शुरू होने की खबर से पंजाब में खुशी की लहर दौड़ गई है। जिन लोगों ने 2020 में आवेदन किया था, अब उन्हें अपने माता-पिता और दादा-दादी को स्थायी रूप से अपने पास लाने का मौका मिल सकता है। कनाडा सरकार के इस फैसले से न सिर्फ हजारों परिवार एकजुट होंगे, बल्कि पंजाब जैसे राज्यों से कनाडा में बसे प्रवासी भारतीयों को अपने परिजनों को स्थायी रूप से साथ रखने का सपना पूरा होता दिखाई दे रहा है।

