नई दिल्ली (द पंजाब प्लस) दिल्ली-एनसीआर में तीसरे दिन फिर भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं। जानकारी के मुताबिक, दिल्ली समेत नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम फरीदाबाद समेत कई इलाकों में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। डरे-सहमे लोग घरों और दफ्तरों से निकलकर सड़कों पर आ गए। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 5.6 मापी गई है। बता दें कि शुक्रवार की रात को भी दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के तेज झटके लगे थे। हालिया आंकड़ों की मानें तो बीते चार दिनों में दूसरी बार धरती हिली है। दिल्ली के अलावा उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में भी महसूस किए गए हैं भूकंप के तेज झटके। 4 बजकर 18 मिनट पर भूकंप आया है।
नेपाल में भूकंप से 157 लोगों की मौत
नेपाल में भूकंप के कारण कम से कम 157 लोगों की मौत होने और बड़ी संख्या में मकानों के क्षतिग्रस्त या नष्ट होने के कारण देश के पश्चिमोत्तर हिस्से के पर्वतीय गांवों में हजारों लोगों को कड़ाके की ठंड के बावजूद शनिवार रात को बाहर सड़कों पर सोना पड़ा। नेपाल में शुक्रवार रात अचानक आए भूकंप से जाजरकोट जिले के गांवों में अधिकतर मकान या तो ढह गए या गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गए, जबकि कस्बों में कंक्रीट के कुछ मकान क्षतिग्रस्त हो गए।
चिउरी गांव के निवासी लाल बहादुर बीका ने भूकंप के कारण मारे गए 13 लोगों के सफेद कपड़ों में लिपटे शवों की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘‘हम अपने गांवों में मारे गए लोगों के शवों के अंतिम संस्कार का इंतजार कर रहे हैं और भूकंप में घायल हुए लोगों की देखभाल करने की कोशिश कर रहे हैं।” इन शवों का रविवार सुबह अंतिम संस्कार किया जाना है। चिउरी गांव में कई मकान ढह गए हैं।
लोगों ने रात में खुद को गर्म रखने के लिए प्लास्टिक की चादरों और पुराने कपड़ों का उपयोग किया। कई लोग अपने ढह चुके मकानों के मलबे के नीचे से अपना सामान निकालने में असमर्थ हैं। बचावकर्मी तत्काल सहायता पहुंचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन कई पहाड़ी गांवों तक पैदल ही पहुंचा जा सकता है जिसके कारण अभियान में बाधा पैदा हो रही है। भूकंप के कारण हुए भूस्खलन से सड़कें भी अवरुद्ध हो गई हैं। सैनिकों को अवरुद्ध सड़कों को साफ करने की कोशिश करते देखा जा सकता है।