चंडीगड़ (द पंजाब प्लस) बठिंडा लैंड अलॉटमेंट केस में फंसे पूर्व वित्त मंत्री और भाजपा नेता मनप्रीत सिंह बादल आज विजिलेंस के आगे पेश हो सकते हैं। विजिलेंस ने नोटिस जारी कर उन्हें पूछताछ के लिए बठिंडा ऑफिस में बुलाया है। वहीं पर उनसे अधिकारी पूछताछ करेंगे। बता दें कि इसी मामले में नामजद किए गए शराब कारोबारी जसविंदर सिंह उर्फ जुगनू और सीए संजीव कुमार को कोर्ट से जमानत मिली हुई है। जुगनू और संजीव को ही लोकल कोर्ट में जमानत मिली है, बाकी सभी को हाईकोर्ट का रुख करना पड़ा।
उधर, विजिलेंस अधिकारियों का दावा है कि इस मामले की जांच के दौरान यह बात सामने आई है कि मनप्रीत बादल के प्लॉट की बोली जुगनू के ऑफिस से संजीव कुमार ने दी थी। इस मामले में गिरफ्तार किए गए विकास, राजीव और अमनदीप ने स्वीकार किया था कि उन्होंने उक्त ठेकेदार के कहने पर ही तत्कालीन मंत्री के प्लॉट के लिए बोली लगाई थी। इसके अलावा इस मामले में सीए संजीव कुमार की भी मिलीभगत का दावा किया गया है।
बताया जा रहा है कि पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट से अंतरिम जमानत मिलने के बाद विजिलेंस ब्यूरो ने मामले की सुनवाई और जांच के लिए मनप्रीत सिंह बादल को 20 नवंबर और तत्कालीन PUDA प्रशासक विक्रमजीत सिंह शेरगिल को 22 नवंबर को फिर से पेश होने के लिए कहा है। इससे पहले विजिलेंस ब्यूरो ने बादल को पहली बार 23 अक्टूबर को तलब किया था, लेकिन वह पेश नहीं हुए थे। जिसके बाद वह 30 अक्टूबर को दूसरी बार पेश हुए थे।
बता दें कि विजिलेंस ब्यूरो अब तक 8 आरोपियों को नामजद कर चुकी है। जिसमें पूर्व वित्त मंत्री मनप्रीत बादल, तत्कालीन PUDA प्रशासक विक्रमजीत सिंह शेरगिल, तत्कालीन बीडीए सुपरिटेंडेंट पंकज कालिया, राजीव कुमार, विकास अरोड़ा, अमनदीप, शराब कारोबारी जसविंदर सिंह जुगनू व एडवोकेट संजीव कुमार शामिल है।
इस मामले में विजिलेंस सिर्फ राजीव कुमार, विकास अरोड़ा, अमनदीप सिंह को गिरफ्तार करने में सफल रही है, जबकि मनप्रीत सिंह बादल समेत 5 आरोपियों ने गिरफ्तारी से पहले ही जमानत ले ली। कुछ दिन पहले ही नामजद किए शराब कारोबारी जसविंदर सिंह जुगनू व एडवोकेट संजीव कुमार को अदालत से अग्रिम जमानत मिल गई थी। जिस पर सुनवाई 23 नवंबर को होगी।