होशियारपुर (द पंजाब प्लस) होशियारपुर में मंगलवार रात को एक छोटे भाई ने बड़े भाई की तेजधार हथियार से गला रेत कर हत्या कर दी। पुलिस का कहना है कि छोटा भाई नशे का आदी था। उसके पास कोई काम-धंधा नहीं था, तो वह अक्सर लड़ाई-झगड़ा करता रहता था। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजकर केस दर्ज कर लिया है।
DSP हरजीत सिंह रंधावा ने बताया है कि गढ़दीवाला के नजदीकी गांव रामदासपुर निवासी मनजोत सिंह पुत्र बलविंदर सिंह की मंगलवार की देर रात को हत्या हो गई। यह मर्डर उसके छोटे भाई मनप्रीत सिंह ने किया। वारदात के समय घर में केवल इनकी दादी थी, जो सो रही थी।हत्या का आरोपी मनप्रीत सिंह। इसे नशे का आदी बताया जा रहा है।
DSP का कहना है कि घटना के बाद लोगों को बयान दर्ज किए गए हैं। लोगों ने बताया है कि मनप्रीत नशे का आदी था। वह कोई काम नहीं करता था, और घर भी कभी-कभी आता था। कई सप्ताह से वह घर नहीं आया था। लेकिन, जब भी आता था, उसकी घर में बड़े भाई मनजोत से लड़ाई होती थी।
लोगों ने बताया है कि मनप्रीत हमेशा पैसे मांगता था। घर में अकेला मनजोत ही कमाने वाला था, इसलिए वह मनप्रीत को पैसे देने से मना करता। मंगलवार रात को मनप्रीत घर आया। इस दौरान उसने तेजधार हथियार से भाई का गला रेत दिया। घटना के बाद उस पर हत्या का शक न जाए, इसके लिए उसने गांव के सरपंच शमिंदर सिंह को फोन किया।
सरपंच ने पुलिस को बताया है कि मनप्रीत का रात में फोन आया। वह बता रहा था कि उसके घर में कुछ अनजान लोग घुस आए हैं। इसके बाद सरपंच ने मामले की सूचना गढ़दीवाला पुलिस को दी। जब पुलिस गांव में पहुंची तो सरपंच उन्हें मनप्रीत के घर लेकर गए। वहां देखा कि घर की सारी लाइटें बंद थीं।
घर के मेन गेट पर ताला लगा हुआ था। जब पुलिस कमरे के अंदर गई तो मनजोत सिंह की गर्दन पर किसी तेजधार हथियार से बुरी तरह वार किया गया था और उसकी मौत हो चुकी थी। सरपंच के अनुसार दोनों भाई अपनी दादी नरजन कौर पत्नी दिवंगत नामदार हरभजन सिंह के साथ रह रहे थे।
हत्या की जानकारी मिलने के बाद DSP टांडा हरजीत सिंह रंधावा और SHO हरदेवप्रीत सिंह भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने स्थिति का जायजा लिया और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया। इसके बाद आरोपी भाई की तलाश के लिए छापेमारी शुरू की।
पुलिस सूत्रों से पता चला है कि पुलिस ने आरोपी को पकड़ लिया है, और उससे पूछताछ की जा रही है। हालांकि, पुलिस ने अभी इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की।

