चंडीगड़ (द पंजाब प्लस) पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की मां चरण कौर द्वारा 58 साल की उम्र में IVF के जरिए बच्चे को जन्म देने के मामले में सरकार द्वारा की जा रही जांच पर विराम लग गया है। क्योंकि चरण कौर ने बच्चे को जन्म सिर्फ भारत में दिया, इन विट्रो फर्टिलाइजेशन (IVF) का सारा इलाज उन्होंने इंग्लैंड के लंदन से करवाया था। जिसके चलते सरकार द्वारा IVF को लेकर बनाए गए लॉ उक्त बच्चे के जन्म पर लागू नहीं होते हैं।
बता दें कि पहले कहा जा रहा था कि सरकार अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई कर सकती है। मगर उक्त कार्रवाई पर भी पूर्ण रोक लग जाएगी। क्योंकि बच्चे की डिलीवरी रोकी नहीं जा सकती है। ऐसे केस में कोई भी अस्पताल बच्चे की डिलीवरी कर सकता था। वहीं, इसे लेकर सिद्धू मूसेवाला के पिता बलकौर सिंह ने कहा- स्वास्थ्य विभाग ने उनसे सिर्फ एक बार पूछताछ की। उसके बाद विभाग ने कोई सवाल नहीं किया।
सूत्रों से पता चला है कि चरण कौर के बच्चे की डिलीवरी के बाद पंजाब सरकार से केंद्र सरकार ने जवाब मांगा था। इस पर सिद्धू मूसेवाला के पिता बलकौर सिंह ने गुस्सा जाहिर किया था और कहा था कि अभी तो बच्चा अस्पताल में ही है। जिसके बाद किसी अज्ञात व्यक्ति ने मामले में एक शिकायत अस्पताल के खिलाफ केंद्र सरकार को भेजी थी। जिसके बाद उक्त मामले की जांच शुरू की गई थी।
जिसके बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय तक जब मामला पहुंचा तो सारे मामले की रिपोर्ट पंजाब सरकार के स्वास्थ्य विभाग से मांगी गई थी। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने स्वास्थ्य सचिव द्वारा बलकौर सिंह से IVF को लेकर जवाब मांगने पर ऐतराज जताया था। केंद्र सरकार ने 2 हफ्ते के अंदर मामले में जवाब मांगा था।
सूत्र कहते हैं कि पहले स्वास्थ्य विभाग IVF करने वाले अस्पताल को लेकर जांच करने वाला था। परंतु मुख्यमंत्री द्वारा जताए गए ऐतराज के बाद स्वास्थ्य विभाग ने मामले में चुप्पी साध ली है और जांच से हाथ पीछे खींच लिए हैं।
वहीं, जांच बंद करने पर केंद्र सरकार ने तर्क दिया है कि चरण कौर का IVF का इलाज इंग्लैंड से हुआ है। बलकौर सिंह अपनी पत्नी चरणकौर के साथ नवंबर 2022 में यूके गए थे। यूके में IVF करवाने वाली महिला की उम्र को लेकर कोई पाबंदी नहीं है। जिसके चलते सरकार ने उक्त जांच बंद कर दी है। वहीं, इसे लेकर पंजाब सरकार के एक प्रवक्ता ने कहा है कि मामले में कोई जांच नहीं होगी और न ही परिवार को इसे लेकर पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा।