जालंधर (दीपक पंडित) जालंधर में पुलिस द्वारा करीब 2.93 करोड़ रुपए हवाला राशि के साथ पड़े गए आरोपी के परिवार ने सिटी पुलिस के अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। इसे लेकर परिवार द्वारा पंजाब के डीजीपी गौरव यादव को शिकायत भेजी गई है। परिवार ने आरोप लगाया है कि उक्त केस में उनके बेटे को गलत तरीके से फंसाया गया है।
परिवार ने कहा- बेटे को पुलिस द्वारा होशियारपुर से गिरफ्तार किया गया था, ना कि बस स्टैंड के पास से। वहीं, बरामद किया गया सारा पैसों का हमारे पास प्रूफ पड़ा है। पुलिस द्वारा गलत ढंग से बेटे पर नशा तस्करी और हथियार तस्करी की धाराएं लगाई गई। परिवार द्वारा मामले की शिकायत डीजीपी को दी गई थी, जिसकी जांच डीजीपी ऑफिस से शुरू कर दी गई है।
सिटी पुलिस द्वारा हवाला केस में नामजद किए गए पुनीत सूद की बहन पूजा सूद ने कहा- पुनीत का काम प्रॉपटी और वेस्टर्न यूनियन का काम करता है। बीती जुलाई में जालंधर सिटी पुलिस द्वारा तंग करना शुरू किया गया था। घर आए पुलिस अधिकारियों ने डराया धमकाया और कहा- तुम्हारे पास कितने पैसे और क्या क्या है। उन्होंने कहा- घर पर करीब 3 करोड़ 93 लाख रुपए पड़े थे। ये सारा पैसा प्रॉपटी और यूनियन का था। परिवार का आरोप है कि पुलिस द्वारा तीन करोड़ 93 लाख रुपए पुनीत से बरामद किए गए थे। मगर बरामदगी सिर्फ 2.93 करोड़ रुपए की ही दिखाई गई है।
जिसके बाद परिवार ने आरोप लगाया कि किस ने पुलिस पार्टी द्वारा पुनीत को अपने साथ ले जाया गया और होशियारपुर व फगवाड़ा की अज्ञात जगहों पर रखा गया। जहां पर पुनीत के साथ मारपीट की और अभद्र भाषा बोली गई। इस दौरान जालंधर सिटी पुलिस के एसपी सहोता वहां पर आए। हालांकि वह गाड़ी में ही बैठे थे। जहां उनसे पूछताछ की गई कि उक्त पैसा कहां से आया है।
जिस पर पुनीत ने बताया कि ये पैसा मेरे बिजनेस का है। इस दौरान जालंधर के पुलिस कमिश्नर के नाम पर करीब एक करोड़ रुपए की मांग की गई। इस दौरान पुनीत को केस में फंसाने की धमकियां भी दी गई और कहा गया कि जिंदगी भर उक्त केस से बरी नहीं हो पाओगे। पैसे दे दो और तुम्हें अभी छोड़ देंगे। परिवार ने आरोप लगाया कि पुनीत पैसे देने के लिए तैयार हो गया। पुलिस द्वारा पैसे भी ले लिए गए और फिर पुनीत को केस में फंसा दिया गया। गिरफ्तारी का वीडियो भी पुलिस द्वारा फेक बनाया गया है। एक फेक नाका लगाकर ये गिरफ्तारी की गई।
CP शर्मा बोले- ये सब बातें फालतू, जांच के बाद हुई गिरफ्तारी
वहीं, इसे लेकर जालंधर के पुलिस कमिश्नर स्वपन शर्मा ने कहा- ये सब फालतू बातें है। आरोपी की गिरफ्तारी जालंधर से ही की गई थी। वहीं, सीपी शर्मा के नाम पर मांगे गए एक करोड़ रुपए की बात पर उन्होंने कहा- ऐसी कोई बात नहीं हुई। मामले की गहनता से जांच के बाद ये कार्रवाई की गई है। उनकी टीम पर लगाए गए सभी आरोप गलत है।
आपको बता दें कि, कुछ दिन पहले पुलिस ने चेकिंग के दौरान एक गाड़ी रोकी थी। गाड़ी सवार आरोपी ने मौके पर अपना नाम पुनीत सूद उर्फ गांधी निवासी कटरा मोहल्ला नजदीक दशहरा ग्राउंड होशियारपुर बताया। उसके पास से 2,93,05,800 रुपए बरामद किए गए थे। साथ ही आरोपी के पास से करीब 3100 अमेरिकी डॉलर भी थे। पुलिस ने केस में नशा तस्कर, शराब तस्करी, आर्म्स एक्ट सहित विभिन्न धाराए जोड़ी थी। ऐसे में पुलिस मान कर चल रही है कि उक्त पैसा नशा तस्करी की कमाई और अवैधानिक का है।