चंडीगढ़ (द पंजाब प्लस) पंजाब के जालंधर कैंट से कांग्रेस विधायक परगट सिंह विधानसभा सत्र के दौरान पंजाब सरकार और अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की मिली भगत से ही सीएम हाउस से कुछ ही दूरी पर खनन किया जा रहा है। साथ ही विधायक परगट सिंह ने विधानसभा में पुलिस अधिकारियों के डोप टेस्ट और राम रहीम पर दर्ज की गई एफआईआर को लेकर मुद्दा उठाया। इस दौरान विधानसभा स्पीकर कुलवंत सिंह संधवां ने उन्हें इन मुद्दों पर उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया।
ऐसा तब हो रहा है, जब मेरे इलाके में कोई दरिया तक नहीं बहता। फिर भी 70-70 फिट तक खनन कर दिया गया। सीएम का घर भी वहीं पर है, मगर फिर भी ऐसा हो रहा है। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी और खनन विभाग के अधिकारी आरोपियों के साथ मिलकर खनन करवा रहे हैं। इससे सभी की बदनामी हो रही है, ना कि सिर्फ आप की। परगट सिंह ने इस पर पुख्ता कार्रवाई करने की मांग की।
विधायक परगट सिंह ने कहा- मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि हर थाने में 2 या 3 पुलिसकर्मी खुद नशे के आदी हो चुके हैं। पिछले 2 मुख्यमंत्रियों से सभी पुलिसकर्मियों का डोप टेस्ट कराने का अनुरोध किया। लेकिन पुलिस की काली भेड़ों को बचाने के लिए यह कठोर कदम नहीं उठाया गया। हमें आज खड़े होने और कड़े फैसले लेने की जरूरत है। इसलिए मुलाजिमों के डोप टेस्ट करवाए जाए। लोगों को बचाने के साथ साथ हम अपनी पुलिस को भी बचा सकें।
परगट सिंह ने कहा- पंजाब में एक एफआईआर दर्ज की गई, जिसका नंबर 63/15 है। ये केस डेरा के मुखी राम रहीम के खिलाफ दर्ज हुआ था। आपके पास इस फाइल को आए हुए ढ़ाई साल हो गए हैं, मगर इसमें कोई उचित कार्रवाई नहीं हुई है। परगट सिंह ने कहा- सीएम साहिब आप राज्य के गृह मंत्री हैं। आपकी ये जिम्मेदारी बनती है कि इसमें कार्रवाई करवाने की।